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राज्य

बड़वानी… नव नियुक्त जिलाध्यक्ष का हुआ स्वागत

मानस टुडे बड़वानी

✍️ इम्तियाज खान intu 

बड़वानी। प्रदेश भाजपा ने मुझे कार्यकर्त्ता की जिम्मेदारी दी है, मैं पार्टी का काम जमीनी स्तर पर करने का काम करूंगा। आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर संगठन को और मजबूत करने का प्रयास करेंगे…

यह बात भाजपा के नव नियुक्त जिलाध्यक्ष कमल नयन इंगले ने शनिवार सुबह भाजपा कार्यालय पर कही। इस दौरान शहर, क्षेत्र सहित जिले भर से कार्यकर्त्ता पहुंचे और फूल मालाओं से नए जिलाध्यक्ष का स्वागत किया। कार्यकताओं ने भारत माता की जय. वन्दे मातरम और भारतीय जनता पार्टी जिंदाबाद के नारे लगाकर उत्साह प्रदर्शित किया।

बता दें कि प्रदेश के तीन नए जिले मऊगंज, पांडुणा और मेहर में भाजपा जिलाध्यक्ष की नियुक्ति के साथ ही बड़वानी जिले में जिलाध्यक्ष को बदला है। बड़वानी जिले में नई जिम्मेदारी शहर निवासी कमल नयन इंगले को सौंपी है। भाजपा के प्रदेश महामंत्री व प्रदेश कार्यालय मंत्री तथा भोपाल दक्षिण-पश्चिम से विधायक भगवान दास सबनानी ने शुक्रवार देर रात इनकी नियुक्ति का पत्र जारी किया।

सक्रिय कार्यकर्त्ता के रूप में जाने जाते है 

जिलाध्यक्ष बनाए गए श्री इंगले इसके पूर्व भाजपा के जिला पदाधिकारी का दायित्व संभाल रहे थे। मिलनसार स्वभाव और आरएसएस की पृष्ठ भूमि से भाजपा में इंगले की काफ़ी सक्रियता है। इसके चलते ही उनके जिम्मेदारी सौंपी गई है।

एक माह से चल रहे थे कयास 

उल्लेखनीय है कि हाल ही में हुए विधानसभा चुनावों में भाजपा को जिले कि चार में से तीन सीटों पर हार का सामना करना पड़ा है। इस दौरान जिला संगठन की कमजोरी और भीतरघाट के खुले आरोप देखने को मिले थे। राजपुर विधानसभा में लगातार दूसरी बार मामूली अंतर से बीजेपी की हार के बाद ग्रामीण कार्यकर्त्ताओं ने तत्कालीन जिलाध्यक्ष का पुतला तक फूंक कर बदलाव की मांग की थी। यहीं स्थिति बड़वानी और सेंधवा में चर्चा में रही। इसके मद्देनजर गत माह से ही जिलाध्यक्ष के बदलाव को लेकर कयास लगाए जा रहे थे।

पूर्व जिलाध्यक्ष विधानसभा मेँ सफलता नहीं दिला सके 

वैसे पूर्व जिलाध्यक्ष ओम सोनी की बात करें तो उन्हें 2018 के चुनाव में तीन सीटों पर हार के बाद वर्ष 2019 में उन्हें जिले की कमान सौंपी गई थी। इस दौरान जिला पंचायत, जनपद पंचायत से लेकर नगरीय निकाय चुनावों में पार्टी का प्रदर्शन अच्छा रहा था। हालांकि वो विधानसभा चुनाव में पिछली बार का आकड़ा नहीं सुधार पाए।

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