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नई सड़क बनाना तो दूर गड्ढों की मरम्मत भी नहीं, जर्जर सड़कों पर करना पड़ेगा आवागमन

जांजगीर – चांपा

जिले कीे सभी मुख्य सड़कों की हालत जर्जर है। जिला मुख्यालय में ही प्रवेश करने पर ही तीन दिशाओं से यहां गड्ढे स्वागत करते हैं। खोखसा ओवरब्रिज की शुरूआत में ही जानलेवा गड्ढे हैं। चांपा की से आने वाले वाहन चालकों को गड्ढे दिखाई नहीं पड़ते। इसी तरह केरा रोड में पेंड्री व सुकली के पास सड़क पूरी तरह से गायब हो चुकी है वहां केवल गड्ढे ही नजर आते हैं।बलौदा की ओर से आने पर रेलवे स्टेशन से लेकर फाटक तक का भी यही हाल है। केवल अकलतरा मार्ग की हालत ही कुछ हद तक ठीक है। वहीं लिंक रोड में तो वाहन हिचकोले खाते हुए निकलते हैं।

जिला मुख्यालय की सड़कों के साथ तीनों दिशाओं की सड़कों का बुरा हाल है, जिसके कारण राहगीरों और वाहन चालकों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। सड़कों में गड्ढे है या गड्ढे में सड़क ये पता ही नहीं चलता है। कई बार गड्ढों में वर्षा का पानी भरे होने के कारण पता नहीं चल पाता है गड्ढा कितना गहरा है और बाइक चालक गिरकर दुर्घटना के शिकार हो जाते हैं।

सड़क बड़े- बड़े गड्ढों में तब्दील
जांजगीर से नवागढ़ ब्लाक जाने वाले इस सड़क में अधिकारी और जन प्रतिनिधियों का आना – जाना लगा रहता है, इसके बाद भी सड़कों की मरम्मत नहीं हो पा रही है। जांजगीर मंडी चौक से केरा रोड में पेण्ड्री गांव की दो किलो मीटर की सड़क बड़े- बड़े गड्ढों में तब्दील हो चुका है। सड़क किसी अविकसित गांव की सड़कों से भी बदतर है। सड़क में बने गड्ढों के कारण बाइक सवार गिर कर चोटिल हो जाते हैं। जिला मुख्यालय से लगे गांव की सड़कों का यह हाल है तो ग्रामीण क्षेत्रों की दुर्दशा का अंदाजा लगाया जा सकता है।

नई सड़क बनाना तो दूर गड्ढों की मरम्मत भी नहीं
ग्रामीण सड़क मरम्मत की मांग कर चुके हैं। जिला प्रशासन नई सड़क बनाना तो दूर गड्ढों की मरम्मत भी नहीं करवा पा रही है। त्यौहारी सीजन में भी लोगों को जर्जर सड़कों से निजात नहीं मिलने वाली है लगता है। तीन अक्टूबर से नवरात्र प्रारंभ हो रहा है। ऐसे में श्रद्धालुओं की परेशानी कम नहीं होगी। जिले के प्रमुख देवी मंदिरों तक जाने के लिए श्रद्धालुओं को जर्जर सड़कों पर ही सफर करना पड़ेगा।

खोखसा ओवर ब्रिज में मवेशियों का डेरा
खोखसा ओवरब्रिज के शुरूआत में ही जानलेवा गड्ढे हैं। चांपा की से आने वाले वाहन चालकों को गड्ढे दिखाई नहीं पड़ते हैं। इतना ही नहीं ओवरब्रिज के ऊपर में मवेशियों का डेरा रहता है इसके कारण भी वाहन चालकों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ओवरब्रिज से तेज रफ्तार में जांजगीर की ओर आने वाले वाहन चालकों को मवेशियों और गड्ढों दोनों से बचना पड़ता है। कई बार वाहन चालक मवेशियों और गड्ढों के चलते दुर्घटना के शिकार हो जाते हैं। रेलवे स्टेशन से फाटक तक की स्थिति जर्जर नैला रेलवे स्टेशन से फाटक तक की स्थिति बदतर है। वर्षा के चलते इस मार्ग में भी बड़े बड़े गड्ढे बन गए हैं।

इसकी दूरी महज पांच सौ मीटर की होगी मगर रेलवे के द्वारा इस सड़क की मरम्मत पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। वहीं जिला प्रशासन भी इस सड़क की मरम्मत के लिए ध्यान नहीं देता क्योंकि सड़क रेलवे की है। मगर इसका खामियाजा इस मार्ग से गुजरने वाले वाहन चालकों को भुगतना पड़ता है।

    लगातार होरही वर्षा के कारण सड़कों की मरम्मत नहीं हो पा रही है। वर्षा होने पर डामर की पकड़ कमजोर हो जाएगी। मौसम खुलने के बाद सभी सड़कों की मरम्मत कर डामरीकरण किया जाएगा।
    डीजी साय एसडीओ, पीडब्ल्यूडी जांजगीर

 

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