लीमा (पेरू)
मुकेश नेलवल्ली, राजवर्धन पाटिल और हरसिमर सिंह रत्था की भारतीय टीम ने आईएसएसएफ विश्व जूनियर निशानेबाजी चैंपियनशिप में पुरुषों की 25 मीटर रैपिड फायर पिस्टल की टीम स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता।
भारत का यह इस प्रतियोगिता में 11वां स्वर्ण पदक है। वह कुल 16 पदक लेकर पदक तालिका में शीर्ष पर बना हुआ है। भारत ने एक रजत और चार कांस्य पदक जीते हैं। चीन तीन स्वर्ण और एक रजत पदक लेकर दूसरे स्थान पर है। मुकेश का यह प्रतियोगिता में चौथा स्वर्ण पदक है। उन्होंने 25 मीटर पिस्टल स्पर्धा में व्यक्तिगत स्वर्ण पदक भी जीता था। मुकेश और राजवर्धन दोनों ने 25 मीटर रैपिड फायर पिस्टल के व्यक्तिगत फाइनल में भी जगह बनाई लेकिन वहां वे अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए। राजवर्धन फाइनल में चौथे जबकि मुकेश पांचवें स्थान पर रहे।
पुरुषों की 50 मीटर राइफल प्रोन स्पर्धा में परीक्षित सिंह बराड़ ने 623.0 का स्कोर बनाकर भारतीय खिलाड़ियों में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। शिवेंद्र बहादुर सिंह 618.4 के स्कोर के साथ 14वें जबकि वेदांत नितिन वाघमारे 613.2 के स्कोर के साथ 24वें स्थान पर रहे।
लीमा (पेरू)
मुकेश नेलवल्ली, राजवर्धन पाटिल और हरसिमर सिंह रत्था की भारतीय टीम ने आईएसएसएफ विश्व जूनियर निशानेबाजी चैंपियनशिप में पुरुषों की 25 मीटर रैपिड फायर पिस्टल की टीम स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता।
भारत का यह इस प्रतियोगिता में 11वां स्वर्ण पदक है। वह कुल 16 पदक लेकर पदक तालिका में शीर्ष पर बना हुआ है। भारत ने एक रजत और चार कांस्य पदक जीते हैं। चीन तीन स्वर्ण और एक रजत पदक लेकर दूसरे स्थान पर है। मुकेश का यह प्रतियोगिता में चौथा स्वर्ण पदक है। उन्होंने 25 मीटर पिस्टल स्पर्धा में व्यक्तिगत स्वर्ण पदक भी जीता था। मुकेश और राजवर्धन दोनों ने 25 मीटर रैपिड फायर पिस्टल के व्यक्तिगत फाइनल में भी जगह बनाई लेकिन वहां वे अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए। राजवर्धन फाइनल में चौथे जबकि मुकेश पांचवें स्थान पर रहे।
पुरुषों की 50 मीटर राइफल प्रोन स्पर्धा में परीक्षित सिंह बराड़ ने 623.0 का स्कोर बनाकर भारतीय खिलाड़ियों में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। शिवेंद्र बहादुर सिंह 618.4 के स्कोर के साथ 14वें जबकि वेदांत नितिन वाघमारे 613.2 के स्कोर के साथ 24वें स्थान पर रहे।