
नई दिल्ली
भारत सरकार ने पाकिस्तान की बर्बादी का नोटिफिकेशन जारी कर दिया है. सरकार ने पाकल दुल हाइड्रोइलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट (PDP) को तेजी से पूरा करने के लिए नोटिफिककेशन जारी किया है. यह प्रोजेक्ट पाकिस्तान की ओर जाने वाली एक-एक बूंद को रोकने में अहम भूमिका निभाएगा. पाकल दुल सबसे महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट इसलिए भी है, क्योंकि यह पाकिस्तान में बहने वाली पश्चिमी नदियों पर बना पहला डैम है. यह भारत का सबसे ऊंचा डैम भी होगा. इसके अगले साल बनकर तैयार होने की उम्मीद है. इसके पूरा हो जाने से पाकिस्तान के सिंध और पंजाब इलाके में भूखमरी आना तय मानिए.
पहले जानिए ये प्रेजेक्ट है क्या? पाकल दुल हाइड्रोइलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में चिनाब नदी की सहायक मारुसुदर नदी पर बन रहा है. यह एक रन-ऑफ-रिवर योजना है जिसमें पानी को स्टोर करने की भी कैपेसिटी है. इसका मकसद बिजली उत्पादन के साथ-साथ जम्मू-कश्मीर क्षेत्र की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करना है. लेकिन पाकिस्तान के साथ तनाव के बाद अब इसका मकसद बदल गया है. यह डैम लगभग 167 मीटर ऊंचा होगा और पूरी तरह कंक्रीट फेस रॉकफिल से बना होगा.
प्रोजेक्ट की खास बातें
1. इसे 2018 में केंद्र सरकार ने मंजूरी दी थी. उसी साल काम भी शुरू हो गया. लेकिन पहाड़ी क्षेत्र में सुरंगें और स्ट्रक्चर बनाने में तकनीकी समस्याएं आईं. इसी बीच लॉकडाउन हो गया, जिससे दिक्कतें हुईं.
2. इस प्रोजेक्ट को अब चंद महीनों में पूरा करने के लिए कहा गया है. वैसे तो इस प्रोजेक्ट से 1000 मेगावाट बिजली पैदा होगी, जिससे जम्मू कश्मीर के लोगों को फायदा होगा. लेकिन अब मकसद कुछ और है.
3. एक्सपर्ट के मुताबिक, यहां इतना ऊंचा डैम बन गया तो इस नदी में पानी स्टोर करने की क्षमता लगभग 108 मिलियन घन मीटर हो जाएगी. 86 मिलियन घन मीटर पानी तो यह लाइव स्टोर कर सकती है.
पाकिस्तान पर कैसे होगा असर
पाकिस्तान चेनाब नदी के पानी पर बहुत अधिक निर्भर है. वह बार-बार इस प्रोजेक्ट पर सवाल उठाता है, लेकिन अब भारत ठान चुका है कि इसे बनाकर रहेंगे. पाकिस्तान का 80% कृषि सिंधु नदी के पानी पर निर्भर है. पाकिस्तान को डर है कि भारत ने इस पानी को ज्यादा समय के लिए रोका तो सर्दियों में पानी की कमी होगी, इससे बुवाई नहीं हो पाएगी. एक और बात अगर भारत सर्दियों में पानी स्टोर करे और गर्मियों में छोड़े तो पाकिस्तान की फसलें तबाह हो जाएंगी.