बीजेपी, हरियाणा और महाराषà¥�टà¥�र विधानसà¤à¤¾ चà¥�नाव की जीत के बाद नà¤� राषà¥�टà¥�रीय अधà¥�यकà¥�ष की तलाश में
नई दिल�ली
 हरियाणा और महाराष�ट�र च�नाव में शानदार जीत के बाद बीजेपी के सामने अगली बड़ी च�नौती पार�टी का नया राष�ट�रीय अध�यक�ष तय करना होगा। हालांकि बीजेपी की ओर से न� राष�ट�रीय अध�यक�ष के चयन को लेकर कवायद तेज हो गई है। मीडिया रिपोर�ट�स के म�ताबिक, दिल�ली म�ख�यालय में न� राष�ट�रीय अध�यक�ष को लेकर लगातार बैठकों का दौर जारी है। इन बैठकों पर पी�म मोदी, गृह मंत�री अमित शाह और रक�षा मंत�री राजनाथ समेत कई दिग�गज नेता नजर रखे ह�� हैं।
इस बीच कà¥�छ नाम सामने आà¤� हैं। पारà¥�टी सूतà¥�रों के मà¥�ताबिक इन नामों में से ही à¤�क नाम बीजेपी के नà¤� अधà¥�यकà¥�ष की जिमà¥�मेदारी संà¤à¤¾à¤² सकता है। ये नाम हैं- शिवराज सिंह चौहान, डॉ सरोज पांडेय और देवेंदà¥�र फडणवीस। सूतà¥�रों ने बताया कि बीजेपी अधà¥�यकà¥�ष का नाम तय करने के लिà¤� पीà¤�म मोदी, अमित शाह और आरà¤�सà¤�स के नेताओं के बीच बैठक के बाद ये तीन नाम सामने आà¤� हैं। शिवराज सिंह चौहान, देवेंदà¥�र फडणवीस और डॉ सरोज पाणà¥�डेय में से ही कोई अधà¥�यकà¥�ष बनाया जाà¤�गा।
चर�चा में क�यों हैं ये नाम?
राजनीतिक जानकारों का कहना है कि शिवराज सिंह चौहान बीजेपी के दिगà¥�गज नेता हैं। पारà¥�टी के अंदर उनकी अचà¥�छी साख है। à¤�से में वह पà¥�रबल दावेदार हैं। उधर देवेंदà¥�र फडणवीस बीजेपी के यà¥�वा चेहरे हैं। महाराषà¥�टà¥�र जीत के बाद बीजेपी फडणवीस को à¤à¥€ राषà¥�टà¥�रीय अधà¥�यकà¥�ष की जिमà¥�मेदारी सौंपने को लेकर पारà¥�टी मंथन कर रही है। फडणवीस को पीà¤�म मोदी और अमित शाह का à¤à¥€ करीबी माना जाता है। वहीं बीजेपी इस बार चौंकाने वाला फैसला करते हà¥�à¤� बीजेपी की कदà¥�दावर महिला नेता डॉ सरोज पाणà¥�डेय को à¤à¥€ अधà¥�यकà¥�ष पद पर बैठा सकती है। उधर राजनीतिक गलियारों में à¤�सी चरà¥�चा à¤à¥€ है कि बीजेपी का नया अधà¥�यकà¥�ष दकà¥�षिण à¤à¤¾à¤°à¤¤ से हो सकता है, कà¥�योंकि इस समय बीजेपी के अहम पदों में से किसी à¤à¥€ पद पर दकà¥�षिण à¤à¤¾à¤°à¤¤ का नेता नहीं है।
लोकसà¤à¤¾ चà¥�नाव के लिà¤� बढ़ाया गया था नडà¥�डा का कारà¥�यकाल
बीजेपी के मौजूदा अधà¥�यकà¥�ष जेपी नडà¥�डा का कारà¥�यकाल लोकसà¤à¤¾ चà¥�नाव के मदà¥�देनजर जून तक बढ़ा दिया गया था। उनका कारà¥�यकाल इस साल जनवरी में खतà¥�म हो रहा था। बीजेपी में नà¤� अधà¥�यकà¥�ष के चयन से पहले संगठन का चà¥�नाव जरूरी होता है, जिसमें आमतौर पर 6 महीने का समय लगता है। इसलिà¤� वरà¥�तमान अधà¥�यकà¥�ष जेपी नडà¥�डा का कारà¥�यकाल 6 महीने तक बढ़ा दिया गया था।