जब भी हम मंदिर में भगवान के दर्शन के लिए जाते हैं तो अंदर जाते वक्त मंदिर की घंटी बजाते हैं!
मंदिर में घंटी बजाने के पीछे न सिर्फ धार्मिक कारण है बल्कि वैज्ञानिक कारण भी है।
कहा जाता है कि मंदिर में घंटी बजाना हमारे स्वास्थ्य के लिए भी लाभदायक होता है।
1 – मंदिर में घंटी बजाने पर उसकी आवाज़ से आस-पास के वातावरण में कंपन पैदा होता है, जो काफी दूर तक जाता है. घंटी की ध्वनि से होनेवाले कंपन से इस वातावरण में आने वाले सभी जीवाणु, विषाणु और सूक्ष्म जीव नष्ट हो जाते हैं, जिससे आस-पास का वातावरण शुद्ध हो जाता है।
2 – जिन जगहों पर घंटी बजने की आवाज नियमित रुप से आती है, वहां का वातावरण हमेशा शुद्ध और पवित्र बना रहता है. इससे नकारात्मक शक्तियां हटती हैं।
3 – कहा जाता है कि जब सृष्टि का प्रारंभ हुआ तब जो नाद अर्थात ध्वनि गुंजन हुआ था वही आवाज घंटी बजाने पर भी आती है. उल्लेखनीय है कि यही नाद ॐ कार के उच्चारण से भी जागृत होता है। देवालयों और मंदिरों के गर्भगृह के बाहर लगी घंटी या घंटे को काल का प्रतीक भी माना गया है।
4 – देवालयों में घंटी और घड़ियाल संध्यावंदन के समय बजाएं जाते हैं. संध्यावंदन 8 प्रहर की होती है. मंदिरों में घंटी और घड़ियाल ताल और गति से बजाया जाता है।
5 – पूजा व आरती के समय बजाए जाने वाली छोटी घंटियों और घंटे-घडियालों में एक विशेष ताल और गति होती है. इन लय युक्त तरंगों का प्रभाव व्यक्ति के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर भी पडता है।
6 – मंदिरों में बजनेवाले घंटे की आवाज़ ककर्श न होकर मनमोहक होती है, जो सुनने में कानों को प्रिय लगती है जिससे किसी भी तरह की हानि नहीं होती।
7 – मंदिर की घंटियां कैडमियम, जिंक, निकेल, क्रोमियम और मैग्निशियम से बनती हैं, जिसकी आवाज़ दूर तक जाती है. ये आपके मस्तिष्क के दाएं और बाएं हिस्से को संतुलित करती है।
8 – जैसे ही आप घंटी या घंटा बजाते हैं एक तेज आवाज पैदा होती है, ये आवाज़ 10 सेकेंड तक गूंजती है. ये आवाज़ आपके मस्तिष्क को एकाग्र करने में मदद करती है।
9 – इस गूंज की अवधि आपके शरीर के सभी 7 हीलिंग सेंटर को एक्टीवेट करने के लिए काफी अच्छी होती है. ये आपके आसपास के वातावरण को शुद्ध करती हैं. आपको एकाग्र कर के ये आपके मन को शांति प्रदान करती हैं।
10 – घंटी की ध्वनि मन, मस्तिष्क और शरीर को ऊर्जा प्रकार प्रदान करती है. इस ऊर्जा से बुद्धि प्रखर होती है. मंदिरों में जब भी आरती होती है तो घंटी की आवाज से वहां उपस्थित लोग मंत्र-मुग्ध हो जाते हैं।