मध्यप्रदेश

महिला हिंसा के खिलाफ जागरूकता के लिए सरोकार की प्रतियोगिताओं के विजेताओं की घोषणा

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-पितृसत्तात्मक मानसिकता लैंगिक हिंसा, गैर बराबरी के लिए जिम्मेदार-सुरेश तोमर
-ऑनलाइन कार्यक्रम में प्रतिभागियों को किया गया सम्मानित, प्रमाणपत्र वितरण

भोपाल। महिलाओं के साथ हिंसा के खिलाफ खड़े होने और जागरुकता फैलाने के मकसद से सामाजिक संस्था सरोकार समूह ने  आज यहां आयोजित एक ऑनलाइन कार्यक्रम के माध्यम से राष्ट्रीय स्तर पर अपनी वार्षिक प्रतियोगिताओं के विजेताओं की घोषणा की और उन्हें प्रमाणपत्र प्रदान कर सम्मानित किया।

इस अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मप्र महिला, बाल विकास विभाग के संयुक्त संचालक डॉ. सुरेश तोमर ने अपने संबोधन में कहा कि पितृसत्तात्मक व्यवस्था में सबसे ज्यादा दुखी और प्रभावित महिलाएं ही होती हैं। पूरे समाज, देश में ही नहीं, पूरे विश्व में सभी जगह स्त्री और पुरूष के बीच गैरबराबरी देखने को मिलती है, इसके चलते महिलाओं के लिए अपमान, ज्यादा श्रम, असमान वेतन, दंड का विधान अलग है। स्त्री किसी भी स्थिति में स्वतंत्र नहीं है। पितृसत्ता में भेदभाव के साथ हिंसा भी इंस्ट्रूमेंट बनता है। जहां हिंसा किसी भी स्तर पर उपस्थित है, वहां प्रेम कैसे पैदा हो सकता है। इसलिए घर परिवार, समाज में सभी को यह बताना चाहिए कि हिंसा किसी के लिए हितकर नहीं। अच्छा समाज बनाने के लिए भेदभाव, हिंसा खत्म हो, प्रेम भाव की स्थापना हो।

कार्यक्रम में कविता, गीत, फोटोग्राफी और कला (स्केचिंग, ड्राइंग, पेंटिंग, डिजिटल आर्ट) सहित कुल चार प्रतियोगिताओं में श्रेष्ठतम प्रदर्शन करने वाले रचनाकारों के नाम घोषित किए गए। इसमें काव्य रचना प्रतियोगिता में सुश्री आरती सोलंकी, अनिल तंवर, किरन सिंह, निशा रामकुचे ‘अविरल’,  मुनव्वर जहां सहर की रचनाएं सर्वश्रेष्ठ घोषित की गईं। साथ ही जूरी ने अपने निर्णय में विनीता चौहान, मेघना गौर, मदीहा हफीज, मन्नत अरोरा और तमन्ना दामाड़े की रचनाओं का विशेष उल्लेख किया। इसी प्रकार रैप सॉन्ग प्रतियोगिता में फिल्म मेकर, लेखक पंकज रामेन्दु, शेरिन बेग, गीतांश चौधरी सम्मानित किये और प्रोनिता रॉय की एन्ट्री को विशेष रूप से सराहा गया।

इसके अलावा आर्ट, ड्राइंग काम्पीटिशन में महिला हिंसा के मुद्दे पर केन्द्रित प्रतिभागी सिद्धार्थ नेगी, अनन्या शाश्वत्, शिवांगी कुमारी, एम एस वसंथ की प्रविष्ठियां श्रेष्ठतम रहीं, और मुस्कान खान की कृति को भी सराहा गया। प्रतियोगिताओं में शामिल सभी प्रतिभागियों से संवाद के साथ ही उन्हें सर्टिफिकेट प्रदान कर सम्मानित किया गया। इससे पूर्व सरोकार की सदस्य यशस्वी ने सरोकार संस्था के कार्यों और अभियानों के बारे में जानकारी दी। सुश्री दर्शना सोनी और शहनाज अली ने प्रतियोगिता के उद्देश्य को लेकर विस्तार से प्रकाश डालते हुए कार्यक्रम का संचालन किया। सरोकार की सचिव कुमुद सिंह ने बताया कि सभी प्रतियोगिताओं का विषय था ‘ महिला हिंसा के खिलाफ खड़े होना’, ताकि इस विषय पर जागरुकता से जुड़ी कहानियों को विभिन्न माध्यमों से प्रस्तुत कर उन्हें प्रोत्साहित किया जा सके। कार्यक्रम के अंत में सुश्री कुमुद और दर्शना ने आभार प्रदर्शन किया।

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