राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने कहा है कि हार-जीत तो आती जाती रहती है। हौंसला बना रहना चाहिए। परिणाम नहीं प्रयास महत्वपूर्ण होता है। परिणाम बदलते रहते हैं। उन्होंने प्रतियोगिता में शामिल खिलाड़ियों से कहा कि उनका जोश, जज़्बा और हुनर भावी पीढ़ी और संपूर्ण समाज के लिए प्रेरणा के पुंज हैं। प्रतियोगिता का हर खिलाड़ी अपने आप में विजेता है, जिन्होंने अपनी ज़िद और जुनून से अपनी शारीरिक कमज़ोरियों को हराया है।
श्री पटेल आज कैम्पियन स्कूल के खेल मैदान में आयोजित अस्थिबाधित क्रिकेट टूर्नामेंट के शुभारम्भ कार्यक्रम में दिव्यांग खिलाड़ियों को संबोधित कर रहे थे।
राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन किया। उन्होंने कहा कि शारीरिक चुनौतियों के बीच स्वरोजगार और रोजगार की विभिन्न गतिविधियों के साथ ही खेलों में भी सक्रिय भागीदारी, स्वाभिमान और स्वावलंबन की दृढ़ इच्छाशक्ति और सामर्थ्य को वह सलाम करते हैं। उन्होंने कहा कि उनके संघर्ष, एकाग्रता, दृढ़ संकल्प और आत्म विश्वास से समाज को प्रेरणा लेने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि दिव्यांग खिलाड़ियों ने साबित किया है कि कोई भी कमजोरी हौसलों से बड़ी नहीं हो सकती है। जीवन में हौसलों, हुनर और हिम्मत से सब कुछ पाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी मानते है कि “एक अंग की कमजोरी व्यक्ति की कमजोरी नहीं होती,” उन्होंने नि:शक्त जनों को दिव्यांगजन नाम देकर उनके प्रति सरकार के भाव और भावना को स्पष्ट किया है। उन्होंने कहा कि सरकार ने दिव्यांगजनों के हितार्थ स्वावलंबन, पुनर्वास की अनेक कल्याणकारी और दिव्यांगजन सहयोगी योजनाएं और एक्सेसिबल इंडिया कैंपेन चलाया है।
नगर निगम अध्यक्ष श्री किशन सूर्यवंशी ने कहा कि प्रतियोगिता में शामिल सभी खिलाड़ी देश की प्रेरणा हैं। उन्होंने देश में विशिष्ट पहचान बनाई है, क्योंकि उन्होंने अपनी कमियों पर नहीं, अपनी विशिष्टताओं पर ध्यान दिया है। उसे अपनी शक्ति बनाया है। उन्होंने खिलाड़ियों के बीच पहुँचने के लिए राज्यपाल के प्रति आभार ज्ञापित किया। उनके आगमन से कार्यक्रम को भव्यता, दिव्यता प्राप्त हुई है।
उमंग गौरवदीप वेलफेयर सोसायटी की श्रीमती दीप्ति पटवा ने आभार प्रदर्शन किया। प्रतियोगिता के संबंध में जानकारी दी। बताया गया कि टूर्नामेंट में कुल 8 राज्यों की टीमें प्रतियोगिता में भाग ले रही हैं। प्रतियोगिता में पुरुष वर्ग में 6 राज्यों मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, महाराष्ट्र, राजस्थान और आंध्र प्रदेश की टीमें शामिल हैं। महिला वर्ग में 4 राज्यों महाराष्ट्र, झारखंड, जम्मू कश्मीर और मध्यप्रदेश की टीमें भाग ले रही हैं।