WordPress database error: [Disk full (/tmp/#sql-temptable-9523f-22446-316d.MAI); waiting for someone to free some space... (errno: 28 "No space left on device")]
SELECT DISTINCT meta_value FROM wptw_usermeta WHERE meta_key = 'wptw_googlesitekit_site_verification_meta'

देश

प्रदेश में 416 पीएमस्कूलों के माध्यम से विद्यार्थियों को दी जा रही है गुणवत्तापूर्ण शिक्षा

प्रदेश में 416 पीएमस्कूलों के माध्यम से विद्यार्थियों को दी जा रही है गुणवत्तापूर्ण शिक्षा

बेहतर प्रबंधन के लिये प्राचार्यों को दिलाया गया प्रशिक्षण

भोपाल

प्रदेश में सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल सके, इस मकसद से विभिन्न योजनाओं के माध्यम से स्कूलों में दी जाने वाली सुविधाओं में लगातार वृद्धि किये जाने के प्रयास किये जा रहे हैं। राज्य में केन्द्र सरकार से सहयोग से पीएमयोजना में 416 पीएमस्कूल संचालित किये जा रहे हैं। इन स्कूलों के माध्यम से गुणवत्तापूर्ण शिक्षा विद्यार्थियों को दी जा रही है। इन स्कूलों में करीब 2 लाख 40 हजार से अधिक बच्चे शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। इन विद्यालयों को वर्ष 2023-24 में करीब 220 करोड़ रूपये का प्लान मंजूर हुआ है। केन्द्र सरकार के शिक्षा मंत्रालय द्वारा द्वितीय चरण में प्रदेश में 137 अतिरिक्त विद्यालयों का चयन किया गया है, जिसमें प्रदेश की 13 माध्यमिक स्कूल, 52 हाई स्कूल और 72 हायर सेकण्ड्री स्कूल शामिल हैं। इन शालाओं में करीब 92 हजार विद्यार्थी शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं।

इन विद्यालयों के एक लाख से ज्यादा छात्रों का स्वास्थ्य परीक्षण हो चुका है। सभी हाई स्कूल एवं हायर सेकेंडरी में डिजिटल लाइब्रेरी, आईसीटी लेब एवं स्मार्ट क्लास की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। इसके अतिरिक्त इन विद्यालयों की बालिकाओं को आत्मरक्षा प्रशिक्षण भी उपलब्ध कराया जा रहा है। इन विद्यालयों में छात्र-छात्राओं के लिए टीएलएम तथा शिक्षण सामग्री निर्माण हेतु भी राशि दी गई है। इसके साथ ही विद्यालय टीएलएम मेला भी आयोजित कर रहे हैं। अभी तक पीएमस्कूलों के 180 प्राचार्य इंडियन इन्स्टीट्यूट ऑफ मेनेजमेंट (आईआईएम) इंदौर में प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके हैं। प्रदेश में पीएमस्कूल की वित्तीय व्यवस्था 60 प्रतिशत केन्द्र सरकार के माध्यम से और 40 प्रतिशत राज्य सरकार के माध्यम से की जा रही है। पीएमस्कूल राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के विजन को ध्यान में रखकर शुरू किये गये हैं। यह विद्यालय देश में मजबूत शिक्षण व्यवस्था का उदाहरण बनकर समाज के सामने आयेंगे। यह विद्यालय ऐसे विद्यार्थी तैयार करेंगे, जो जीवन के सभी पहलुओं में सीखने, भूलने और फिर से सीखने की कुशाग्रता की इच्छा रखते हों। इस स्कूल में पढ़ा विद्यार्थी देश का जिम्मेदार नागरिक बनेगा।

 

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button