Month: January 2024

मनोविकारों से मुक्ति का नाम ही मोक्ष है   जीवात्मा बूँद है और परमात्मा सागर है 

बूँद का सागर बनना ही बूँद के जीवन का एक मात्र लक्ष्य है ! बूँद (जीवात्मा ) जब तक अपने स्वतंत्र अस्तित्व को बनाये रखना अपना लक्ष्य समझती है तब…

क्या है माया? क्या है ब्रह्म?

पंचवटी आश्रम में एक बार लक्ष्मण जी प्रभुश्रीरामजी के चरणसेवा कर रहे थे। लक्ष्मण जी ने पूछा है प्रभु हमे बताएं कि माया ओर ब्रह्म क्या है? प्रभुश्रीराम ने जो…

‘शिव ‘ को देवों के देव महादेव क्यों कहते हैं ?

आइंस्टीन से पूर्व शिव ने ही कहा था कि ‘कल्पना’ ज्ञान से ज्यादा महत्वपूर्ण है। हम जैसी कल्पना और विचार करते हैं, वैसे ही हो जाते हैं। शिव ने इस…

पूजा में अक्षत का क्या होता है महत्व, जानें इससे जुड़े सरल एवं प्रभावी उपाय

22 जनवरी 2024 को अयोध्या के भव्य राम मंदिर में भगवान रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा होनी है। उससे पहले आम लोगों को ‘अक्षत निमंत्रण’ भेजने का सिलसिला शुरू हो गया है।…

ऋषि नारद जहां भी जाते थे वहां सामाजिक परिवर्तन और आध्यात्मिक विकास लाने की क्षमता रखते थे।

भगवान कृष्ण के आराध्य और सम्मानित नारद ने लोगों को भगवान के करीब लाने के लिए विभिन्न तरीके अपनाए। उन्होंने डाकू रत्नाकर को “मरा, मरा” – “राम, राम” के विपरीत…

हिंदू धर्म में स्वस्तिक: दिव्य प्रतीक का महत्व

स्वास्तिक हिंदू धर्म में गहरे महत्व वाले शक्तिशाली प्रतीकों में से एक है। संस्कृत शब्द “स्वस्तिक” से व्युत्पन्न, जिसका अर्थ कल्याण है, यह प्राचीन प्रतीक विभिन्न संस्कृतियों में विविध अर्थ…

हिन्दू धर्म के अनुसार पहली रोटी अग्नि की, दूसरी रोटी गाय की बनती है।

घर में कई महिलाओं की आदत होती है कि वे रोटी बनाते वक्त गिनकर रोटी बनाती है। क्योंकि वह जानती है कि घर का कोई सदस्य कितनी रोटी खाएगा। लेकिन…

कनकधारा स्तोत्र का संस्कृत पाठ एवं हिन्दी अनुवाद: अपार धन-संपदा के लिए पढ़ें कनकधारा स्तोत्र

हम सभी जीवन में ‍आर्थिक तंगी को लेकर बेहद परेशान रहते हैं। धन प्राप्ति के लिए हरसंभव श्रेष्ठ उपाय करना चाहते हैं। धन प्राप्ति और धन संचय के लिए पुराणों…

एक बार एक तपस्वी जंगल में तप कर रहे थे। नारद जी उधर से निकले तो उन्होंनेे साष्टांग प्रणाम किया

एक बार एक तपस्वी जंगल में तप कर रहे थे। नारद जी उधर से निकले तो उन्होंनेे साष्टांग प्रणाम किया और पूछा -मुनिवर कहाँ जा रहे हैं ? नारदजी ने…