मेनका द्विवेदी संवाददाता
2023 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई विकसित भारत संकल्प यात्रा, जमीनी स्तर पर लोगों को लाभ पहुंचाने के लिए स्वास्थ्य संबंधी गतिविधियों (पहलों) को बढ़ावा देने के लिए एक मजबूत मंच बन गई है।
यात्रा से जुडी आईईसी वैन अपने साथ विकास का संदेश लेकर चलती हैं, तो वहीं दूसरी और इन वैनों के माध्यम से तपेदिक, उच्च रक्तचाप, मधुमेह आदि के परीक्षण के लिए ग्राम पंचायतों में नि:शुल्क स्वास्थ्य शिविर भी आयोजित किए जाते हैं।
अब तक 63 लाख से अधिक लोग स्वास्थ्य शिविरों में उपलब्ध सेवाओं का लाभ उठा चुके है। यात्रा के दौरान, 26,752 ग्राम पंचायतों ने आयुष्मान कार्डों की 100% संतृप्ति हासिल कर ली है (12 दिसंबर, 2023 तक)।
वीबीएसवाई स्वस्थ भारत पहल के तहत निम्नलिखित गतिविधियाँ आयोजित की जा रही हैं –
आयुष्मान भारत (पीएमजेएवाई) कार्ड के लिए पंजीकरण: केंद्र सरकार की प्रमुख स्वास्थ्य सेवा योजना के तहत, आयुष्मान ऐप का उपयोग करके आयुष्मान कार्ड बनाए जा रहे हैं और लाभार्थियों को भौतिक कार्ड वितरित किए जा रहे हैं। 12 दिसंबर, 2023 तक वीबीएसवाई शिविरों में 9.69 लाख से अधिक आयुष्मान कार्ड जारी किए गए हैं। आयुष्मान कार्ड शिविरों में 1.53 लाख से अधिक लोग लाभान्वित हुए हैं।
टी बी की जाँच : वीबीएसवाई के तहत आयोजित स्वास्थ शिविरों में लोगों की तपेदिक (टी बी) की जांच भी की जा रही है। जिन लोगों को टीबी होने का संदेह होता है उन्हें उच्च चिकित्सा सुविधाओं के लिए रेफर किया जाता है।
वीबीएसवाई शिविरों में 26.41 लाख लोगों की टी.बी के लिए जांच की गई है।
प्रधानमंत्री टी.बी मुक्त भारत अभियान (पीएमटीबीएमए) के तहत टी.बी रोगियों को अन्य सहायता भी प्रदान की जा रही है। उपचार में निक्षय मित्रों की मदद प्रदान करने के लिए टीबी रोगियों से सहमति ली जा रही है। यहां टी.बी रोगियों की मदद के लिए ‘निक्षय मित्र’ के रूप में स्वेच्छा से काम करने के लिए उत्साहित लोगों को देखकर एक सुखद अनुभूति का अहसास होता है । उनका ऑन–द–स्पॉट पंजीकरण किया जा रहा है ।
टीबी रोगियों की सहायता करने वाली एक अन्य सरकारी पहल निक्षय पोषण योजना (एनपीवाई) का लाभ भी प्रदान किया जा रहा है, जिसके तहत प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण के माध्यम से लोगों को वित्तीय सहायता दी जाती है ।
सिकल सेल रोग (एससीडी) के लिए स्क्रीनिंग: वीबीएसवाई स्वास्थ्य शिविरों में उपस्थित लोग सिकल सेल रोग की जांच भी करा सकते हैं। यह बीमारी मुख्य रूप से आदिवासी आबादी को प्रभावित करती है, इसलिए उल्लेखनीय आदिवासी आबादी वाले क्षेत्रों में स्क्रीनिंग की जा रही है। पात्र लोगों (यानी, 40 वर्ष तक की आयु के लोग ) का एससीडी के लिए प्वाइंट ऑफ केयर (पीओसी) परीक्षण या घुलनशीलता परीक्षण के माध्यम से परीक्षण किया जा रहा है। अब तक वीबीएसवाई के अंतर्गत 6.12 लाख उपस्थित लोगों की एससीडी के लिए जांच की जा चुकी है है।
गैर–संचारी रोगों की जांच : 30 वर्ष और उससे अधिक आयु वर्ग के लोग उच्च रक्तचाप और मधुमेह की जांच करवा सकते हैं। रिपोर्ट पॉज़िटिव आने पर बेहतर इलाज के लिए उन्हें उच्च चिकित्सा केंद्रों में भेजा जा सकता है।