न्यूयॉर्क
कोटा की नई पीढ़ी के संगीतकारों के लिए एक बड़ी खुशखबरी है। कोटा के निवासी मुहीत के एल्बम ‘शुरुआत’ को ग्रैमी अवार्ड के लिए नॉमिनेट किया गया है। ऐसे में मुहीत के चाहने वाले विश कर रहे हैं उन्हें कामयाबी हासिल हो, ताकि संगीत की दुनिया में देश का नाम नाम रोशन हो।
मां चित्रकला की लेक्चरर डॉ. शालिनी भारती ने कहा कि मुहीत सेनिया घराने से शास्त्रीय संगीत की 18वीं पीढ़ी का रिप्रजेंट करते हैं। उनकी म्यूजिक जर्नी पिता गवर्नमेंट कॉलेज के प्रिंसिपल और गजल गायक प्रो. डॉ. रोशन भारती के मार्गदर्शन में शुरू हुई। 24 साल के मुहीत ने बर्कली कॉलेज ऑफ म्यूजिक बॉस्टन (अमेरिका) से ग्रैजुएशन किया है। वो मुंबई में स्टूडियो चलाते हैं।
पहला ग्रैमी अवार्ड्स समारोह 4 मई, 1959 को आयोजित किया गया था
म्यूजिक की दुनिया में ग्रैमी अवार्ड सबसे प्रतिष्ठित सम्मान है जो संगीत में शानदार उपलब्धि के लिए रिकॉर्डिंग अकैडमी की ओर से दिया जाता है। पहला ग्रैमी अवार्ड्स समारोह 4 मई, 1959 को आयोजित किया गया था।
कई भारतीय कलाकारों को मिल चुका है ये प्रतिष्ठित अवॉर्ड
इससे पहले जिन भारतीयों को ग्रैमी अवॉर्ड्स मिल चुका है उनमें तबला वादक जाकिर हुसैन, बांसुरी वादक राकेश चौरसिया, गायक शंकर महादेवन, वायलिन वादक गणेश राजगोपालन, तालवादक सेल्वा गणेश विनायकराम को मिल चुका है। अगर मुहीत को ग्रैमी अवार्ड मिलता है तो राजस्थान और कोटा के लिए संगीत की दुनिया में बड़ी उपलब्धि होगी।