मेनका द्विवेदी संवाददाता
केंद्रीय मंत्री श्री अनुराग सिंह ठाकुर ने आज “हमारा संकल्प विकसित भारत” की थीम के साथ भारत सरकार का कैलेंडर 2024 लॉन्च किया। कैलेंडर 2024 प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व के तहत जन अनुकूल नीतियों की रचना तथा योजनाओं और पहलों के कार्यान्वयन के माध्यम से भारत की जनता के जीवन में आए सामाजिक, सांस्कृतिक और आर्थिक परिवर्तन को दर्शाता है। इस अवसर पर अपने संबोधन में श्री ठाकुर ने सरकार की कई उपलब्धियों को याद किया, जिनसे संबंधित तस्वीरें कैलेंडर के पन्नों की शोभा बढ़ा रही हैं।
श्री ठाकुर ने कहा कि भारत ने आत्मनिर्भर बनने की दिशा में शानदार प्रगति की है। जो देश मोबाइल फोन का दूसरा सबसे बड़ा आयातक था, वह आज दूसरा सबसे बड़ा निर्माता है। जो देश कभी वैक्सीन आयात करता था, वह अब वैक्सीन मैत्री के तहत पूरी दुनिया को वैक्सीन बांट रहा है। भारत आज विनिर्माण के क्षेत्र में अपार सफलता हासिल कर चुका है। उन्होंने कहा कि यहां तक कि जिन स्थानों पर भारत की उपस्थिति नगण्य थी, वहां भी भारत अब एक महत्वपूर्ण शक्ति बन चुका है। इसका उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि भारत आज तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप इकोसिस्टम है।
श्री ठाकुर ने कहा कि सरकार महिला सशक्तिकरण को सर्वोपरि मानती है और यह एक ओर उज्ज्वला योजना और दूसरी ओर ड्रोन दीदी के रूप में परिलक्षित होता है। किसान कल्याण के विषय में, श्री ठाकुर ने कहा कि वर्तमान सरकार ने ही स्वामीनाथन कमेटी की रिपोर्ट लागू की। उन्होंने कहा कि इसके अलावा सरकार ने किसानों की समृद्धि पर अब तक 2.8 लाख करोड़ रुपये खर्च किए हैं।
पारदर्शिता एवं जवाबदेही इस सरकार के आदर्श हैं और इन्हीं मूल्यों ने एक समय पांच सबसे कमजोर अर्थव्यवस्थाओं में से एक माने जाने वाले भारत को आज दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था की स्थिति तक पहुंचाया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में इन मूल्यों की भावना का संचार शीर्ष स्तर से होता है।
एक आशावादी दृष्टिकोण के साथ अपने संबोधन का समापन करते हुए, श्री ठाकुर ने कहा कि 2023 समाप्त होने के साथ ही 2024 अवसरों की एक नई सुबह लेकर आ रहा है। दुनिया भारत की ओर आशा भरी नजरों से देख रही है, दुनिया नेतृत्व के लिए भारत की ओर देख रही है।
इस अवसर पर केन्द्रीय मंत्री ने “हमारा संकल्प विकसित भारत” विषय पर एक प्रदर्शनी का उद्घाटन भी किया।
कैलेंडर के बारे में जानकारी
प्रत्येक महीना पिछले नौ वर्षों में भारत सरकार द्वारा किए गए वादों को पूरा करने के माध्यम से महिलाओं, युवाओं, मध्यम वर्ग, किसानों और समाज के हर वर्ग के लोगों के चेहरों पर आई मुस्कान को दर्शाता है। यह ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास’ के वादे को साकार करने के लिए कई सरकारी एजेंसियों और अधिकारियों द्वारा किए गए अथक प्रयासों के प्रति सम्मान व्यक्त करता है।
जनवरी:
जब हम नए साल में प्रवेश कर रहे हैं, हम वर्ष के पहले महीने के लिए ‘संभावनाओं को बढ़ाना, भारत को आत्मनिर्भर बनाना’ की थीम पर नवाचार और मजबूती की भावना को अपनाते हैं। भारत ने “मेक इन इंडिया” और “मेक फॉर द वर्ल्ड” जैसी पहलों के कारण बेमिसाल सफलता अर्जित की है और जनवरी की थीम आत्मनिर्भर और सशक्त भविष्य की दिशा में हमारे सामूहिक प्रयासों की याद दिलाती है।
फरवरी:
आगे बढ़ते हुए, हम फरवरी का उत्सव “राष्ट्रीय विकास के लिए युवा शक्ति” की थीम के साथ मनाते हैं। उद्यमिता को बढ़ावा देने से लेकर प्रौद्योगिकी को अपनाने तक, फरवरी युवाओं के योगदान को बढ़ाने, देश को एक उज्ज्वल और अधिक समावेशी भविष्य की ओर प्रेरित करने का आह्वान करती है।
मार्च:
गरीबों की सेवा और हाशिये पर रहने वाले लोगों का उत्थान करना मोदी सरकार की प्रमुख प्राथमिकताओं में से एक है। मार्च महीने की थीम ‘वंचितों को प्राथमिकता’ है, यह एक अनुस्मरण है कि सच्ची प्रगति उन लोगों को सहायता प्रदान करने में निहित है जिन्हें इसकी सबसे अधिक आवश्यकता है। इसके लिए यह सुनिश्चित करना है कि हमारे कार्य और नीतियां समावेशिता एवं न्याय के प्रति समर्पण को प्रतिबिंबित करें।
अप्रैल:
महिलाएं समाज में अहम भूमिका निभाती हैं;उनकी प्रगति के बिना समाज की समग्र प्रगति रुक जाती है। अप्रैल की थीम हर क्षेत्र में महिलाओं को सशक्त बनाने, एक ऐसे भविष्य को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित करने को प्रोत्साहित करती है, जहां उनका नेतृत्व और योगदान निर्णय लेने एवं सतत विकास में महत्वपूर्ण हो सकता है।
मई:
हमारे समर्पित किसानों के अविश्वसनीय काम को प्रमुखता देना, इस महीने का मुख्य आकर्षण है। यह कृषि उन्नति के लिए नीतियों, स्थायी तौर-तरीकों का समर्थन और देश के अन्नदाताओं का कल्याण, सुनिश्चित करने पर सरकार द्वारा दिए गए महत्व पर बल देता है।
जून:
पिछले दस वर्षों में, पीएम स्वनिधि, पीएम विश्वकर्मा और मुद्रा योजना जैसी विभिन्न सरकारी पहलों से भारत में नौकरियों की संख्या, स्व-रोज़गार की संभावनाओं और व्यवसाय में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। इस महीने की थीम ‘रोजगार और स्व-रोजगार के अवसरों में वृद्धि’ के साथ रोजगार सृजन और उद्यमशीलता को प्रोत्साहन देने पर ध्यान केंद्रित किया गया है, जिसके फलस्वरूप आर्थिक सशक्तिकरण को बढ़ावा मिलता है।
जुलाई:
जुलाई हमारे समाज के मुख्य आधार, मध्यम वर्ग का उत्सव मनाने से संबंधित है। उनकी कड़ी मेहनत ‘न्यू इंडिया’ की भावना को परिभाषित करती है और वे विकास व नवाचार को बढ़ावा देने में सबसे आगे हैं। हमारी सरकार ने मध्यम वर्ग के लाभ के लिए ‘जीवन यापन में आसानी’ की दिशा में लगातार काम किया है।
अगस्त:
अगस्त का महीना विश्व आर्थिक मंच पर भारत के बढ़ते महत्त्व को दर्शाता है। डिजिटल इंडिया, मेक इन इंडिया और वोकल फॉर लोकल जैसी प्रमुख पहलों के साथ, भारत ने दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने का अपना मार्ग प्रशस्त किया है।
सितम्बर:
अत्याधुनिक सुविधाओं के साथ आधुनिक अवसंरचना में महत्वपूर्ण निवेश से लेकर व्यापक परिवहन नेटवर्क तक, सितंबर माह देश की प्रगति के लिए एक सुदृढ़ आधारशिला निर्माण में पिछले दस वर्षों में देश द्वारा की गई परिवर्तनकारी कदमों का प्रमाण है।
अक्टूबर:
अक्टूबर का महीना हमें देश के स्वास्थ्य ढांचे को सशक्त बनाने वाले आयुष्मान कार्डों, जन औषधि केंद्रों और नए एम्स व जिला अस्पतालों के साथ ही आम जन तक स्वास्थ्य देखभाल की पहुंच तथा क्षमताओं में हुई बढ़ोतरी पर बल देकर स्वस्थ भारत के दृष्टिकोण का उत्सव मनाने के लिए आमंत्रित करता है।
नवंबर:
नवंबर की थीम हमारी अंतर्निहित जीवंत संस्कृति पर गर्व करने से लेकर विभिन्न कला रूपों को बढ़ावा देने और सांस्कृतिक वंशावली को सशक्त करने के उद्देश्य से देश के सांस्कृतिक विरासत स्थलों को संरक्षित करने तथा समग्र एवं सतत विकास सुनिश्चित करने के लिए हमारे मूल्यों व संस्कृति को सहेज कर रखने से संबंधित है।
दिसंबर:
दिसंबर में भारत ने वसुधैव कुटुंबकम के आदर्श वाक्य- एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य और मिशन लाइफ जैसी महत्वपूर्ण पहल के साथ विश्व मित्र के रूप में स्वयं को स्थापित किया है।
इस कैलेंडर को राष्ट्र के विकास और उन्नति के प्रति हमारे समर्पण को दैनिक आधार पर याद दिलाने के लिए भी तैयार किया गया है। यह कैलेंडर सभी को दृढ़ संकल्प, एकता और साझा दृष्टिकोण के साथ काम करने के लिए प्रेरित करता है और सभी भारतीयों को देश के प्रत्येक व्यक्ति के लिए एक संपन्न एवं विकसित भारत बनाने की दिशा में यात्रा शुरू करने के लिए प्रेरणा देता है।