मेनका द्विवेदी संवाददाता
स्कूल शिक्षा मंत्री श्री उदय प्रताप सिंह ने कहा है कि स्कूली में पढ़ने वाले वाले बच्चों को व्यावसायिक शिक्षा की ओर प्रोत्साहित करने के लिये नई शिक्षा नीति में बड़े बदलाव किये गये हैं। स्कूल शिक्षा मंत्री श्री सिंह आज भोपाल के मॉडल स्कूल टीटी नगर में कैरियर एग्जीबीशन कम कॉन्फ्रेंस को संबोधित कर रहे थे।
स्कूल शिक्षा मंत्री ने कहा कि बच्चों को कक्षा 10 के बाद बेहतर विकल्प के रूप में कैरियर काउंसलिंग करने की अधिक जरूरत होती है। उन्हें उनकी क्षमता और रूचि के अनुरूप विकल्प बताना चाहिए। शिक्षकों की भूमिका अधिक महत्वपूर्ण होती है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की चर्चा करते हुए स्कूल शिक्षा मंत्री ने कहा कि यह क्षेत्र ज्यादा संभावना का क्षेत्र है। कक्षा 11 और 12 में इस विषय को लेकर बच्चों को नई से नई तकनीक का ज्ञान देना चाहिए।
मॉडल स्कूल की प्रिंसीपल श्रीमती रेखा शर्मा ने बताया कि यह स्कूल प्रदेश भर में अपनी शैक्षणिक गुणवत्ता के लिये अलग पहचान रखता है। स्कूल में वर्तमान में कक्षा 5 से कक्षा 12 तक करीब 2500 बच्चे अध्ययनरत हैं।
कैरियर एग्जीबिशन
विद्यालय की काउंसलर डॉ. शबनम खान ने बताया कि एग्जीबीशन में बच्चों को चार्ट, पोस्टर, प्रिंटेड मटेरियल एवं वीडियो प्रोजेक्ट के माध्यम से एक हजार से अधिक कैरियर विकल्पों की जानकारी एवं परामर्श दिया गया। एग्जीबीशन में मध्यप्रदेश के अलावा अन्य प्रदेशों की प्रतिष्ठित उच्च शिक्षा संस्थानों ने अपने स्टॉल लगाकर व्यावसायिक पाठ्यक्रम की जानकारी दी। इसका विषय आत्मनिर्भर भारत रखा गया था।
स्कूल का निरीक्षण
स्कूल शिक्षा मंत्री श्री सिंह ने स्कूल की स्मार्ट क्लास, साइंस लेब और लाइब्रेरी का निरीक्षण किया। उन्होंने विद्यालय में बच्चों को निरंतर स्वच्छता की आदत बनाने में शिक्षकों से आग्रह किया।