◾ सीजन के बावजूद उच्च आवक 500 बोरी के करीब रही, बीते वर्षो में रहती थी दो से ढाई हजार आवक
✍🏻 मानस टुडे बड़वानी
शहर की कृषि उपज मंडी में अब सौंफ की महक फीकी पड़ने लगी हैं। इसका कारण धार जिले की मंडियों में रौनक बढ़ने से बड़वानी में सौंफ की सेंध लगने लगी है। दरअसल बड़वानी मंडी में जिले सहित खरगोन, धार, झाबुआ, अलीराजपुर तक के हजारों किसान सीजन में प्रति सप्ताह हजारों बोरियों में सौंफ बेचने आते थे। बीते वर्षांे में समीप धार जिले के गंधवानी व उमरबन मंडियों में सौंफ की आवक बढ़ने से वहां के किसानों का रूख बड़वानी की ओर घट गया हैं। इससे सौंफ के लिए संभाग में मशहूर बड़वानी की मंडी में सौंफ की उच्च आवक 500 बोरी तक ही रही।
मंडी प्रशासन के अनुसार इस रविवार भी सौंफ 541 बोरी में 324 क्विंटल रही। हालांकि अधिकतम भाव इस बार 25 हजार रुपए क्विंटल तक रहा। वहीं न्यूनतम भाव 7 हजार रुपए क्विंटल रहा। बता दें कि बड़वानी मंडी में पूर्व वर्षांे के दौरान सौंफ के सीजन के दौरान प्रति सप्ताह 2 हजार से लेकर 2500 बोरी तक रिकार्ड आवक होती रही हैं। हालांकि बीते दो-तीन वर्ष से मंडी में सौंफ की आवक हजार बोरी तक ही सीमित होने लगी हैं। इस सीजन पर नजर डाले तो दिसंबर 2023 से जनवरी व मौजूदा फरवरी के पहले सप्ताह में औसत 300 से 400 बोरी तक ही आवक हो रही हैं। मंडी प्रशासन के अनुसार बड़वानी की कृषि मंडी में क्षेत्र सहित इंदौर, उज्जैन, देवास आदि जगह के व्यापारी खरीदी के लिए आते हैं।
◾ आवक कम, भाव तेज
भले ही मंडी में बीते वर्षांे के मुकाबले सौंफ की आवक कम हो रही हैं, लेकिन इस रविवार अच्छी क्वालिटी की बारिक सौंफ का भाव 25 हजार रुपए क्विंटल तक रहा। इससे किसान खुश नजर आए। वहीं कालापन व मोटी सौंफ भी 70 से 150 रुपए किलो तक बिकी। इसी तरह मंडी परिसर में लोग सौंफ के साथ नया धनिया तथा मिर्च-मसाले की खरीदी करते नजर आए।