नई दिल्ली
राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (नाडा) ने सेवानिवृत्त पहलवान विनेश फोगाट को पता-ठिकाना न बताने का नोटिस दिया है। इस पहलवान का मूत्र नमूना लेने के लिए टीम भेजी गयी थी क्योंकि वह पेरिस ओलंपिक खेलों में पदक जीतने से चूक गयी थीं। फाइनल की सुबह उनका वजन 100 ग्राम अधिक होने के कारण उन्हें अयोग्य घोषित कर दिया गया था।
नोटिस में बताया गया है कि 9 सितंबर को हरियाणा के सोनीपत में विनेश के निवास पर डोप नियंत्रण अधिकारी को भेजा गया था, उस समय जब उन्होंने बताया था कि वह वहां उपलब्ध रहेंगी। लेकिन हरियाणा विधानसभा के लिए चुनाव लड़ रहीं विनेश अपने निवास पर उपलब्ध नहीं थीं। नाडा ने कहा कि यह पता-ठिकाना न बताने का मामला है। पेरिस में महिलाओं की 50 किग्रा श्रेणी के फाइनल के लिए क्वालीफाई करने वाली पहली महिला पहलवान बनकर भारत के लिए इतिहास रचने वाली विनेश को 14 दिनों के भीतर नोटिस का जवाब देने के लिए कहा गया है।
नाडा के नोटिस में कहा गया है, “आपको एडीआर की ठहरने की जगह संबंधी आवश्यकताओं का पालन करने में स्पष्ट विफलता के बारे में सूचित करने और मामले पर अंतिम निर्णय लेने से पहले आपको कोई भी टिप्पणी करने के लिए आमंत्रित करने को लेकर एक औपचारिक नोटिस दिया जाता है। कृपया इस पत्र को ध्यान से पढ़ें, क्योंकि इसके आपके लिए गंभीर परिणाम हो सकते हैं।” इसकी एक प्रति आईएएनएस के पास उपलब्ध है। ‘औपचारिक नोटिस’ में विनेश फोगाट को सूचित किया गया कि वह 9 सितंबर को 12:20 बजे सोनीपत की प्रताप कॉलोनी में अपने आवास पर उपलब्ध नहीं थीं, जैसा कि हाल ही में ठहरने की जगह संबंधी फाइलिंग में अपडेट किया गया था।
नाडा के नोटिस में कहा गया है, “उस दिन उस समय और स्थान पर आपका परीक्षण करने के लिए एक डोप नियंत्रण अधिकारी (डीसीओ) भेजा गया था। हालांकि, डीसीओ आपको परीक्षण के लिए नहीं ढूंढ पाए क्योंकि आप दिए गए स्थान पर उपलब्ध नहीं थीं। डीसीओ की असफल प्रयास रिपोर्ट की एक प्रति संलग्न है, जिसमें प्रयास का विवरण दिया गया है।”
विश्व डोपिंग रोधी प्राधिकरण के नियमों के अनुसार, सक्रिय खिलाड़ी पंजीकृत परीक्षण पूल का हिस्सा होते हैं और इसलिए उन्हें महीने में विशिष्ट दिनों के लिए एक विशिष्ट समय और स्थान देना होता है जब वे आवश्यकता पड़ने पर परीक्षण के लिए उपलब्ध होंगे। विनेश, जिन्होंने पेरिस ओलंपिक खेलों में फ़ाइनल के लिए क्वालीफाई किया था, मार्च 2022 से पंजीकृत परीक्षण पूल का हिस्सा हैं और उन्हें इस साल जनवरी में नाडा द्वारा सूची में शामिल किए जाने के बारे में भी सूचित किया गया था।
नाडा के पत्र में पहलवान को सूचित किया गया है, “कृपया 14 दिनों के भीतर इस पत्र का जवाब दें और बताएं कि क्या आप स्वीकार करते हैं कि आपने पता-ठिकाने की जानकारी देने में विफलता की है या वैकल्पिक रूप से यदि आप मानते हैं कि आपने ठिकाने की जानकारी देने में विफलता नहीं की है। बाद के मामले में, कृपया अपने विश्वास के कारणों को यथासंभव विस्तार से बताएं।”
12 महीनों में तीन बार पता-ठिकाने की जानकारी न देना एंटी-डोपिंग नियम का उल्लंघन माना जाता है और इसके लिए सकारात्मक डोप परीक्षण के समान ही दंड दिया जाता है। विनेश फोगाट के मामले में, नाडा के पत्र में निर्दिष्ट किया गया है कि यह 12 महीनों में उनकी पहली पता-ठिकाने की जानकारी न देने की विफलता थी। पेरिस ओलंपिक खेलों में अपने अभियान के समाप्त होने के तुरंत बाद, विनेश फोगाट ने सोशल मीडिया पर एक बयान के माध्यम से कुश्ती से संन्यास लेने के अपने निर्णय की घोषणा की। इसके कुछ दिनों बाद उन्होंने रेलवे की नौकरी छोड़ दी और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गईं और उन्हें जुलाना निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ने के लिए नामित किया गया।
नई दिल्ली
राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (नाडा) ने सेवानिवृत्त पहलवान विनेश फोगाट को पता-ठिकाना न बताने का नोटिस दिया है। इस पहलवान का मूत्र नमूना लेने के लिए टीम भेजी गयी थी क्योंकि वह पेरिस ओलंपिक खेलों में पदक जीतने से चूक गयी थीं। फाइनल की सुबह उनका वजन 100 ग्राम अधिक होने के कारण उन्हें अयोग्य घोषित कर दिया गया था।
नोटिस में बताया गया है कि 9 सितंबर को हरियाणा के सोनीपत में विनेश के निवास पर डोप नियंत्रण अधिकारी को भेजा गया था, उस समय जब उन्होंने बताया था कि वह वहां उपलब्ध रहेंगी। लेकिन हरियाणा विधानसभा के लिए चुनाव लड़ रहीं विनेश अपने निवास पर उपलब्ध नहीं थीं। नाडा ने कहा कि यह पता-ठिकाना न बताने का मामला है। पेरिस में महिलाओं की 50 किग्रा श्रेणी के फाइनल के लिए क्वालीफाई करने वाली पहली महिला पहलवान बनकर भारत के लिए इतिहास रचने वाली विनेश को 14 दिनों के भीतर नोटिस का जवाब देने के लिए कहा गया है।
नाडा के नोटिस में कहा गया है, “आपको एडीआर की ठहरने की जगह संबंधी आवश्यकताओं का पालन करने में स्पष्ट विफलता के बारे में सूचित करने और मामले पर अंतिम निर्णय लेने से पहले आपको कोई भी टिप्पणी करने के लिए आमंत्रित करने को लेकर एक औपचारिक नोटिस दिया जाता है। कृपया इस पत्र को ध्यान से पढ़ें, क्योंकि इसके आपके लिए गंभीर परिणाम हो सकते हैं।” इसकी एक प्रति आईएएनएस के पास उपलब्ध है। ‘औपचारिक नोटिस’ में विनेश फोगाट को सूचित किया गया कि वह 9 सितंबर को 12:20 बजे सोनीपत की प्रताप कॉलोनी में अपने आवास पर उपलब्ध नहीं थीं, जैसा कि हाल ही में ठहरने की जगह संबंधी फाइलिंग में अपडेट किया गया था।
नाडा के नोटिस में कहा गया है, “उस दिन उस समय और स्थान पर आपका परीक्षण करने के लिए एक डोप नियंत्रण अधिकारी (डीसीओ) भेजा गया था। हालांकि, डीसीओ आपको परीक्षण के लिए नहीं ढूंढ पाए क्योंकि आप दिए गए स्थान पर उपलब्ध नहीं थीं। डीसीओ की असफल प्रयास रिपोर्ट की एक प्रति संलग्न है, जिसमें प्रयास का विवरण दिया गया है।”
विश्व डोपिंग रोधी प्राधिकरण के नियमों के अनुसार, सक्रिय खिलाड़ी पंजीकृत परीक्षण पूल का हिस्सा होते हैं और इसलिए उन्हें महीने में विशिष्ट दिनों के लिए एक विशिष्ट समय और स्थान देना होता है जब वे आवश्यकता पड़ने पर परीक्षण के लिए उपलब्ध होंगे। विनेश, जिन्होंने पेरिस ओलंपिक खेलों में फ़ाइनल के लिए क्वालीफाई किया था, मार्च 2022 से पंजीकृत परीक्षण पूल का हिस्सा हैं और उन्हें इस साल जनवरी में नाडा द्वारा सूची में शामिल किए जाने के बारे में भी सूचित किया गया था।
नाडा के पत्र में पहलवान को सूचित किया गया है, “कृपया 14 दिनों के भीतर इस पत्र का जवाब दें और बताएं कि क्या आप स्वीकार करते हैं कि आपने पता-ठिकाने की जानकारी देने में विफलता की है या वैकल्पिक रूप से यदि आप मानते हैं कि आपने ठिकाने की जानकारी देने में विफलता नहीं की है। बाद के मामले में, कृपया अपने विश्वास के कारणों को यथासंभव विस्तार से बताएं।”
12 महीनों में तीन बार पता-ठिकाने की जानकारी न देना एंटी-डोपिंग नियम का उल्लंघन माना जाता है और इसके लिए सकारात्मक डोप परीक्षण के समान ही दंड दिया जाता है। विनेश फोगाट के मामले में, नाडा के पत्र में निर्दिष्ट किया गया है कि यह 12 महीनों में उनकी पहली पता-ठिकाने की जानकारी न देने की विफलता थी। पेरिस ओलंपिक खेलों में अपने अभियान के समाप्त होने के तुरंत बाद, विनेश फोगाट ने सोशल मीडिया पर एक बयान के माध्यम से कुश्ती से संन्यास लेने के अपने निर्णय की घोषणा की। इसके कुछ दिनों बाद उन्होंने रेलवे की नौकरी छोड़ दी और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गईं और उन्हें जुलाना निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ने के लिए नामित किया गया।