दौसा जिले के 161 गांवों को बड़ी सौगात— 234.16 करोड़ की लागत से मुख्य पंप हाउस का शिलान्यास —ईसरदा-दौसा पेयजल परियोजना में 4 लाख लोगों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध होगा —36 हजार से अधिक घरों में नल कनेक्शन दिये जाएंगे —जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री एवं कृषि व ग्रामीण विकास मंत्री ने मौजपुर व गोहन्दी मीना पंप हाउस का किया शिलान्यास
जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री श्री कन्हैया लाल चौधरी ने कहा कि दौसा जिले के 161 गांवों एवं दो कस्बों की 4 लाख जनसंख्या को वर्ष 2054 तक अभिकल्पित आबादी को ईसरदा-दौसा पेयजल परियोजना के तहत शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि इसके तहत 36 हजार से अधिक घरों में नल कनेक्शन दिये जाएंगे। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के मिशन हर घर नल – हर घर जल को राजस्थान के घरों में पहुंचाने के लिए तेजी से कार्य किया जा रहा है।
श्री चौधरी दौसा जिले के मौजपुर एवं गोहन्दी मीना गांव में पंप हाउस के शिलान्यास कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर जलदाय मंत्री एवं ग्रामीण विकास एवं कृषि मंत्री डॉ. किरोडी लाल मीणा ने 234 करोड़ की लागत से बनने वाले पंप हाउस निर्माण का शिलान्यास किया।
जलदाय मंत्री ने कहा कि मौजपुरा पंप हाउस बनने से 13 लाख लीटर जल ईसरदा बांध से इसमें संकलित किया जाएगा। जबकि गोहन्दी मीना पंप हाउस में 14 लाख लीटर जल का संकलन होगा। उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन में जनता का पैसा लुटने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।
इस अवसर पर ग्रामीण विकास एवं कृषि मंत्री डॉ. किरोडीलाल मीणा ने कहा कि पिछली सरकार ने ईआरसीपी को राजनीति के तहत रोका। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी, केन्द्रीय मंत्री श्री गजेन्द्र सिंह शेखावत एवं मुख्यमंत्री श्री भजन लाल शर्मा के प्रयासों से दोनों राज्य (राजस्थान एवं मध्य प्रदेश) सहमत हुए। इससे अब मध्यप्रदेश के 13 एवं राजस्थान के 21 जिलों को पेयजल एवं सिंचाई का पानी उपलब्ध होगा।
डॉ. मीणा ने कहा कि अब डबल इंजन की सरकार है और जनता के काम तेज गति से होंगे। उन्होंने कहा कि आज के शिलान्यास से जनवरी-2025 तक इससे जुड़ने वाले गांवों में हर परिवार तक शुद्ध पेयजल पहुंच जाएगा। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ईआरसीपी की संशोधित डीपीआर बना रही है। इस योजना के धरातल पर उतरने से 21 जिलों को सिंचाई एवं पेयजल की सुविधा मिलेगी तथा बाणगंगा में जल छोड़ा जाएगा ताकि आस-पास के इलाके का जल स्तर बढ़ सके।
ईसरदा-दौसा पेयजल परियोजना पैकेज-5
इस पैकेज के अन्तर्गत महवा एवं मण्डावर तहसील के 161 गांवों एवं 2 कस्बों की कुल 3,21,883 आबादी को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध करवाया जाएगा। इसमें निम्न निर्माण करवाए जाएंगे-
— 7 स्वच्छ जलाशय (क्षमता 1100 केएल से 2000 केएल)
— 6 पम्प हाउस (मौजपुर, शहदपुर, बिराना, गोहन्दी मीना, गोपालगढ़, टेहलड़ी)
— 15 उच्च जलाशय (जटवाड़ा, केसरी, पाटोली, बिरुन्दा, विशाला, टुडियाना /ग्वारकी, बालाहेडी, कोण्डला, सिकन्दरपुर, जहाजपुर, समसपुर, परिया का नंगला, वीरपुर, पितलिया बालाजी, नयागांव)
— राईजिंग मुख्य पाईपलाइन – 254 किमी. (पम्प हाउस से उच्च जलाशय तक)
ईसरदा-दौसा पेयजल परियोजना (महवा कलस्टर) में स्वच्छ जलाशय
क्र.स. पम्प हाउस क्षमता (किलोलीटर)
1. मौजपुर 1300
2. गोपालगढ़ 1100
3. बिराना 2000
4. टेहलड़ी (मण्डावर) 1600
5. कोण्डला (गोहन्दी मीना) 1400
6. महवा कलस्टर 1200
7. महवा 1700
ईसरदा-दौसा पेयजल परियोजना (महवा कलस्टर) में उच्च जलाशय
क्र.स. उच्च जलाशय क्षमता ( किलोलीटर)
1. जटवाडा 50
2. केसरी 100
3. बालाहेड़ी 100
4. टूडियाना/ग्वारकी 50
5. वीरपुर 100
6. विशाला 150
7. पाटोली 200
8. बिरुन्दा 150
9. पितलियां बालाजी 100
10. नयागाव 50
11. समसपुर 50
12. परिया का नंगला 100
13. सिकन्दरपुर 100
14. जहाजपुर 50
15. कोण्डला 150
ईसरदा-दौसा पेयजल परियोजना पैकेज-5 महवा के गोहन्दी मीना पम्प हाउस से 29 गांवों की लगभग 54 हजार 574 आबादी को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध करवाया जाएगा। लाभांवित होने 29 गावों में – अलीपुर, औण्ड गुर्जर, औण्ड मीना, बाड़ा बुजुर्ग, दण्ड, जलालपुर, खानपुर, खेड़ला बुजुर्ग, खोहरा मुल्ला, समसपुर, साहिड़ा, नाहिडा, बड़ागांव, सलेमपुर, शीशवाडा, सुल्तानपुरा, सिकन्दरपुर, जहाजपुर, कोण्डला, खिलचीपुर, वीरमपुर, तेहडा, गोहन्दी मीना, गोहन्दी गुर्जर, औण्ड ब्राह्मण, तालचिड़ी, मिल्कीपुरा, साहिड़ा का पुरा एवं रतनपुरा शामिल हैं।
ईसरदा-दौसा पेयजल परियोजना पैकेज- 5 महवा के मौजपुर पम्प हाउस से 25 गांवों की लगभग 48 हजार 617 आबादी को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध करवाया जाएगा। लाभांवित होने वाले 25 गांवों में – हुड़ला, समलेटी, बरखेडा, दुल्हापुरा, गगवाना, टुडियाना, मुण्डफोड़ी, नॉरगवाड़ा, किर्तीनंगला, पिपलखेडा, करनपुर बालाहेड़ी, मौजपुर, ग्वारकी, वीरपुर, विशाला, बिरुन्दा, पाटोली, बोहरा नान्दसी, हांसलीपुर, मिर्जापुर, गढीपटटी, पाडली, सायपुर, अन्तरहेड़ा शामिल हैं।