नई दिल्ली
आक्रामक बल्लेबाजी शैली और जोखिम लेने की प्रवृत्ति पूर्व भारतीय ओपनर वीरेंद्र सहवाग हमेशा चर्चा का विषय बनाती रही है। एक बार तो सहवाग के कोच जॉन राइट इतना नाराज हो गए कि उन्होंने सहवाग को मुक्का मार दिया। यह घटना उस समय की है जब सचिन तेंदुलकर भी ड्रेसिंग रूम में मौजूद थे, लेकिन उन्होंने इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। सौरव गांगुली ने इस बारे में एक किस्सा साझा किया है, जिसमें बताया गया कि कैसे सहवाग ने एक मैच में अपने जोखिम भरे शॉट के कारण कोच को भड़काया। गांगुली ने कहा, “मुझे याद है कि यह श्रीलंका के खिलाफ एजबेस्टर में हुआ था। उस समय हमारा लक्ष्य 210 रन का था। सहवाग ने अपनी धुआंधार बल्लेबाजी से हमें जीत दिलाई।
मैच के बाद, जब मैं ड्रेसिंग रूम में गया, तो माहौल काफी गंभीर था।”गांगुली ने अनिल कुंबले से पूछा कि ऐसा क्यों हुआ, तो कुंबले ने बताया कि जॉन राइट ने सहवाग को कोने में घसीटकर मुक्का मारा। राइट ने सहवाग से कहा, “अब तुम भारत के लिए दोबारा नहीं खेलोगे, क्योंकि उस शॉट के कारण हम हार सकते थे।” गांगुली ने जॉन से पूछा कि क्या सहवाग ने पलटकर कोई प्रतिक्रिया दी, तो राइट ने कहा कि सहवाग ने ऐसा नहीं किया। जब गांगुली ने सहवाग से बात की, तो उन्होंने इसे हल्के में लिया और कहा, “जाने दो, ऐसा होता रहता है। मैंने एक खराब शॉट खेला।” इसके बाद, गांगुली ने सचिन से इस बारे में पूछा, तो सचिन ने कहा कि वह उस समय चाय का आनंद ले रहे थे और स्थिति को देखकर कुछ नहीं बोले। यह घटना सहवाग के खेल के प्रति उनकी साहसिकता और टीम के माहौल को दर्शाती है। बता दें कि सहवाग के आक्रामक खेल के कारण उन्हें इंटरनेशनल क्रिकेट में सबसे विस्फोटक बल्लेबाजों में से एक माना जाता है। वह पहले गेंद से ही गेंदबाजों पर दबाव बनाने में माहिर थे।
नई दिल्ली
आक्रामक बल्लेबाजी शैली और जोखिम लेने की प्रवृत्ति पूर्व भारतीय ओपनर वीरेंद्र सहवाग हमेशा चर्चा का विषय बनाती रही है। एक बार तो सहवाग के कोच जॉन राइट इतना नाराज हो गए कि उन्होंने सहवाग को मुक्का मार दिया। यह घटना उस समय की है जब सचिन तेंदुलकर भी ड्रेसिंग रूम में मौजूद थे, लेकिन उन्होंने इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। सौरव गांगुली ने इस बारे में एक किस्सा साझा किया है, जिसमें बताया गया कि कैसे सहवाग ने एक मैच में अपने जोखिम भरे शॉट के कारण कोच को भड़काया। गांगुली ने कहा, “मुझे याद है कि यह श्रीलंका के खिलाफ एजबेस्टर में हुआ था। उस समय हमारा लक्ष्य 210 रन का था। सहवाग ने अपनी धुआंधार बल्लेबाजी से हमें जीत दिलाई।
मैच के बाद, जब मैं ड्रेसिंग रूम में गया, तो माहौल काफी गंभीर था।”गांगुली ने अनिल कुंबले से पूछा कि ऐसा क्यों हुआ, तो कुंबले ने बताया कि जॉन राइट ने सहवाग को कोने में घसीटकर मुक्का मारा। राइट ने सहवाग से कहा, “अब तुम भारत के लिए दोबारा नहीं खेलोगे, क्योंकि उस शॉट के कारण हम हार सकते थे।” गांगुली ने जॉन से पूछा कि क्या सहवाग ने पलटकर कोई प्रतिक्रिया दी, तो राइट ने कहा कि सहवाग ने ऐसा नहीं किया। जब गांगुली ने सहवाग से बात की, तो उन्होंने इसे हल्के में लिया और कहा, “जाने दो, ऐसा होता रहता है। मैंने एक खराब शॉट खेला।” इसके बाद, गांगुली ने सचिन से इस बारे में पूछा, तो सचिन ने कहा कि वह उस समय चाय का आनंद ले रहे थे और स्थिति को देखकर कुछ नहीं बोले। यह घटना सहवाग के खेल के प्रति उनकी साहसिकता और टीम के माहौल को दर्शाती है। बता दें कि सहवाग के आक्रामक खेल के कारण उन्हें इंटरनेशनल क्रिकेट में सबसे विस्फोटक बल्लेबाजों में से एक माना जाता है। वह पहले गेंद से ही गेंदबाजों पर दबाव बनाने में माहिर थे।