मुंबई
बीसीसीआई टीवी पर विराट कोहली और गौतम गंभीर के इंटरव्यू का पूरा वीडियो आ गया है। इस वीडियो में वैसे तो दोनों ने काफी सारी मुद्दों पर चर्चा की, लेकिन दोनों ने बताया कि किस तरह से ओम नमः शिवाय के जाप से और हनुमान चालीसा सुनने से दोनों को अपनी बैटिंग में मदद मिली थी। विराट कोहली ने बताया कि 2014-15 ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर वह हर गेंद का सामना करने से पहले ओम नमः शिवाय का जाप कर रहे थे, वहीं गंभीर ने बताया कि 2009 में नेपियर टेस्ट में उन्होंने ढाई दिन तक हनुमान चालीसा सुनकर यादगार पारी खेल भारत को हार से बचाया था।
विराट कोहली ने कहा ‘कुछ बात इंडिया वर्सेस ऑस्ट्रेलिया मैचों की, आपके लिए होम ग्राउंड पर बनाया गया डबल हंड्रेड काफी यादगार रहा होगा, मैं यहां कोहनी मारने वाली बात नहीं करूंगा, क्योंकि मुझे पता है कि क्या हुआ होगा। आपने खुद को कैसे ग्राउंडेड रखा था?’ इस पर गंभीर ने कहा, ‘अच्छा सवाल है, यहां मैं बात करूंगा तुम्हारे ऑस्ट्रेलिया दौरे की, तुमने उस दौरे पर बहुत रन बनाए थे, तुमने मुझे बताया कि तुम उस दौरान हर गेंद से पहले ओम नमः शिवाय जप रहे थे, और तुम इसलिए उस जोन में पहुंच गए थे, और मेरे लिए यह बिल्कुल नेपियर की पारी जैसा है। अगर मैं पीछे मुड़कर देखूं तो क्या कभी और मैं ढाई दिन तक बैटिंग कर सकता था, नहीं। उन ढाई दिनों में मैंने हनुमान चालीसा बहुत सुनी थी।
तुम्हारे लिए उस जोन में जाना हर गेंद से पहले ओम नमः शिवाय का जाप था और मेरे लिए हनुमान चालीसा सुनना। और अगर मैं जोन की बात कर रहा हूं, तो यहां मतलब ये है कि बहुत कम बार आप ऐसे जोन में जाते हो, तुम मुझसे ज्यादा बार अपने करियर में उस जोन में गए होगे। और उस जोन में होना डिवाइन होता है। क्योंकि इसका अनुभव सिर्फ तुम कर सकते हो, मुझे याद है कि जब मैं पांचवें दिन बैटिंग कर रहा था, तब वीवीएस लक्ष्मण ने फर्स्ट सेशन में वापस जाते हुए मुझे कहा था, कि क्या तुम्हें समझ आ रहा है कि तुमने पिछले दो घंटे में एक शब्द मुंह से नहीं निकाला है, ओवर के बीच ब्रेक में भी मैं कुछ नहीं बोल रहा था। मैं ब्रेक में बस अपना सिर नीचे कर रहा था और हनुमान चालीसा सुन रहा था और उस जोन में वापस चले जा रहा था।’
विराट कोहली ने इसके बाद कहा कि हम सभी को एक ही चीज मोटिवेट करती है और वह यह है कि हम अपनी टीम को कैसे जिताएं। और इसी मोटिवेशन के साथ बाकी चीजें काम करने लगती हैं। विराट कोहली और गौतम गंभीर आईपीएल के दौरान मैदान पर भिड़ चुके हैं, लेकिन इस इंटरव्यू के साथ दोनों ने हर तरह की मनमुटाव की खबरों पर फुलस्टॉप लगा दिया है।
मुंबई
बीसीसीआई टीवी पर विराट कोहली और गौतम गंभीर के इंटरव्यू का पूरा वीडियो आ गया है। इस वीडियो में वैसे तो दोनों ने काफी सारी मुद्दों पर चर्चा की, लेकिन दोनों ने बताया कि किस तरह से ओम नमः शिवाय के जाप से और हनुमान चालीसा सुनने से दोनों को अपनी बैटिंग में मदद मिली थी। विराट कोहली ने बताया कि 2014-15 ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर वह हर गेंद का सामना करने से पहले ओम नमः शिवाय का जाप कर रहे थे, वहीं गंभीर ने बताया कि 2009 में नेपियर टेस्ट में उन्होंने ढाई दिन तक हनुमान चालीसा सुनकर यादगार पारी खेल भारत को हार से बचाया था।
विराट कोहली ने कहा ‘कुछ बात इंडिया वर्सेस ऑस्ट्रेलिया मैचों की, आपके लिए होम ग्राउंड पर बनाया गया डबल हंड्रेड काफी यादगार रहा होगा, मैं यहां कोहनी मारने वाली बात नहीं करूंगा, क्योंकि मुझे पता है कि क्या हुआ होगा। आपने खुद को कैसे ग्राउंडेड रखा था?’ इस पर गंभीर ने कहा, ‘अच्छा सवाल है, यहां मैं बात करूंगा तुम्हारे ऑस्ट्रेलिया दौरे की, तुमने उस दौरे पर बहुत रन बनाए थे, तुमने मुझे बताया कि तुम उस दौरान हर गेंद से पहले ओम नमः शिवाय जप रहे थे, और तुम इसलिए उस जोन में पहुंच गए थे, और मेरे लिए यह बिल्कुल नेपियर की पारी जैसा है। अगर मैं पीछे मुड़कर देखूं तो क्या कभी और मैं ढाई दिन तक बैटिंग कर सकता था, नहीं। उन ढाई दिनों में मैंने हनुमान चालीसा बहुत सुनी थी।
तुम्हारे लिए उस जोन में जाना हर गेंद से पहले ओम नमः शिवाय का जाप था और मेरे लिए हनुमान चालीसा सुनना। और अगर मैं जोन की बात कर रहा हूं, तो यहां मतलब ये है कि बहुत कम बार आप ऐसे जोन में जाते हो, तुम मुझसे ज्यादा बार अपने करियर में उस जोन में गए होगे। और उस जोन में होना डिवाइन होता है। क्योंकि इसका अनुभव सिर्फ तुम कर सकते हो, मुझे याद है कि जब मैं पांचवें दिन बैटिंग कर रहा था, तब वीवीएस लक्ष्मण ने फर्स्ट सेशन में वापस जाते हुए मुझे कहा था, कि क्या तुम्हें समझ आ रहा है कि तुमने पिछले दो घंटे में एक शब्द मुंह से नहीं निकाला है, ओवर के बीच ब्रेक में भी मैं कुछ नहीं बोल रहा था। मैं ब्रेक में बस अपना सिर नीचे कर रहा था और हनुमान चालीसा सुन रहा था और उस जोन में वापस चले जा रहा था।’
विराट कोहली ने इसके बाद कहा कि हम सभी को एक ही चीज मोटिवेट करती है और वह यह है कि हम अपनी टीम को कैसे जिताएं। और इसी मोटिवेशन के साथ बाकी चीजें काम करने लगती हैं। विराट कोहली और गौतम गंभीर आईपीएल के दौरान मैदान पर भिड़ चुके हैं, लेकिन इस इंटरव्यू के साथ दोनों ने हर तरह की मनमुटाव की खबरों पर फुलस्टॉप लगा दिया है।