नई दिल्ली
महाराजा टी20 ट्रॉफी में हुबली टाइगर्स और बेंगलुरु ब्लास्टर्स के बीच हुए मैच ने दर्शकों को सांसें रोकने पर मजबूर कर दिया। इस मैच में एक नहीं, दो नहीं, बल्कि तीन सुपर ओवर खेले गए, जो क्रिकेट इतिहास में पहली बार हुआ। आखिरकार, तीसरे सुपर ओवर में हुबली टाइगर्स ने बाजी मारी और बेंगलुरु ब्लास्टर्स को हरा दिया। हुबली टाइगर्स की टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवरों में 164 रन बनाए। टीम की ओर से कप्तान मनीष पांडे ने 33 रन, मोहम्मद ताहा ने 31 रन, और अनीश्वर गौतम ने 30 रनों का योगदान दिया। बेंगलुरु ब्लास्टर्स के गेंदबाज लविश कौशल ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 4 ओवरों में सिर्फ 17 रन देकर 5 विकेट झटके।
बेंगलुरु ब्लास्टर्स ने लक्ष्य का पीछा करते हुए 20 ओवर में 164 रन बनाए, जिससे मैच टाई हो गया। कप्तान मयंक अगरवाल ने 54 रन की पारी खेली, जबकि सूरज अहूजा ने 26 रन और नवीन ने 11 गेंदों में 23 रन की तेजतर्रार पारी खेली।
सुपर ओवर का रोमांच:
पहला सुपर ओवर- बेंगलुरु ब्लास्टर्स जब पहले सुपर ओवर में खेलने उतरी तो कप्तान मयंक अगरवाल पहली ही गेंद पर आउट हो गए। पहली 5 गेंद में सिर्फ 4 रन आए थे, लेकिन आखिरी गेंद पर अनिरुद्ध जोशी ने छक्का लगाकर टीम का स्कोर 10 रन तक पहुंचाया। 11 रन के लक्ष्य का पीछा करने आई हुबली टाइगर्स ने पहली 4 गेंद में ही 9 रन बना लिए थे, लेकिन लविश कौशल ने आखिरी 2 गेंद में सिर्फ एक रन दिया। इस तरह पहला सुपर ओवर टाई रहा।
दूसरा सुपर ओवर – दूसरे सुपर ओवर में हुबली टाइगर्स ने पहले बैटिंग की और बिना कोई बाउंड्री लगाए 8 रन बनाए। मगर बेंगलुरु ब्लास्टर्स का सुपर ओवर बेहद रोमांचक साबित हुआ। पहली गेंद पर चौका आने के बाद, दूसरी गेंद डॉट और फिर तीसरी गेंद पर एलआर चेतन दूसरा रन लेने के चक्कर में रन आउट हो गए। आखिरी 3 गेंद में केवल 3 रन आए, जिससे दूसरे सुपर ओवर में भी दोनों टीम बराबरी पर रहीं।
तीसरे सुपर ओवर में मिला नतीजा: लगातार 2 सुपर ओवर में स्कोर बराबर रहने के बाद तीसरा सुपर ओवर खेला गया। बेंगलुरु ब्लास्टर्स ने पहले बल्लेबाजी करते हुए शुभांग हेगडे ने छक्का लगाकर टीम का स्कोर 12 रन तक पहुंचाया। मनवंत कुमार ने आखिरी गेंद पर चौका लगाकर 13 रन बना लिए और मैच जीत लिया। इस तरह तीन सुपर ओवरों के बाद, हुबली टाइगर्स ने बेंगलुरु ब्लास्टर्स को हरा कर इस रोमांचक मैच को अपने नाम किया।
नई दिल्ली
महाराजा टी20 ट्रॉफी में हुबली टाइगर्स और बेंगलुरु ब्लास्टर्स के बीच हुए मैच ने दर्शकों को सांसें रोकने पर मजबूर कर दिया। इस मैच में एक नहीं, दो नहीं, बल्कि तीन सुपर ओवर खेले गए, जो क्रिकेट इतिहास में पहली बार हुआ। आखिरकार, तीसरे सुपर ओवर में हुबली टाइगर्स ने बाजी मारी और बेंगलुरु ब्लास्टर्स को हरा दिया। हुबली टाइगर्स की टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवरों में 164 रन बनाए। टीम की ओर से कप्तान मनीष पांडे ने 33 रन, मोहम्मद ताहा ने 31 रन, और अनीश्वर गौतम ने 30 रनों का योगदान दिया। बेंगलुरु ब्लास्टर्स के गेंदबाज लविश कौशल ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 4 ओवरों में सिर्फ 17 रन देकर 5 विकेट झटके।
बेंगलुरु ब्लास्टर्स ने लक्ष्य का पीछा करते हुए 20 ओवर में 164 रन बनाए, जिससे मैच टाई हो गया। कप्तान मयंक अगरवाल ने 54 रन की पारी खेली, जबकि सूरज अहूजा ने 26 रन और नवीन ने 11 गेंदों में 23 रन की तेजतर्रार पारी खेली।
सुपर ओवर का रोमांच:
पहला सुपर ओवर- बेंगलुरु ब्लास्टर्स जब पहले सुपर ओवर में खेलने उतरी तो कप्तान मयंक अगरवाल पहली ही गेंद पर आउट हो गए। पहली 5 गेंद में सिर्फ 4 रन आए थे, लेकिन आखिरी गेंद पर अनिरुद्ध जोशी ने छक्का लगाकर टीम का स्कोर 10 रन तक पहुंचाया। 11 रन के लक्ष्य का पीछा करने आई हुबली टाइगर्स ने पहली 4 गेंद में ही 9 रन बना लिए थे, लेकिन लविश कौशल ने आखिरी 2 गेंद में सिर्फ एक रन दिया। इस तरह पहला सुपर ओवर टाई रहा।
दूसरा सुपर ओवर – दूसरे सुपर ओवर में हुबली टाइगर्स ने पहले बैटिंग की और बिना कोई बाउंड्री लगाए 8 रन बनाए। मगर बेंगलुरु ब्लास्टर्स का सुपर ओवर बेहद रोमांचक साबित हुआ। पहली गेंद पर चौका आने के बाद, दूसरी गेंद डॉट और फिर तीसरी गेंद पर एलआर चेतन दूसरा रन लेने के चक्कर में रन आउट हो गए। आखिरी 3 गेंद में केवल 3 रन आए, जिससे दूसरे सुपर ओवर में भी दोनों टीम बराबरी पर रहीं।
तीसरे सुपर ओवर में मिला नतीजा: लगातार 2 सुपर ओवर में स्कोर बराबर रहने के बाद तीसरा सुपर ओवर खेला गया। बेंगलुरु ब्लास्टर्स ने पहले बल्लेबाजी करते हुए शुभांग हेगडे ने छक्का लगाकर टीम का स्कोर 12 रन तक पहुंचाया। मनवंत कुमार ने आखिरी गेंद पर चौका लगाकर 13 रन बना लिए और मैच जीत लिया। इस तरह तीन सुपर ओवरों के बाद, हुबली टाइगर्स ने बेंगलुरु ब्लास्टर्स को हरा कर इस रोमांचक मैच को अपने नाम किया।