पेरिस
भारतीय रेसलर विनेश फोगाट ने कुश्ती से संन्यास का ऐलान कर दिया है। पेरिस ओलंपिक में वह 50 किग्रा कैटेगरी के फाइनल में पहुंच गई थीं। लेकिन फाइनल मुकाबले के दिन सुबह उनका वजह 50 किलो से 100 ग्राम ज्यादा था। इसकी वजह से विनेश को इवेंट से ही डिस्क्वालिफाई कर दिया गया। अब उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट डालकर संन्यास का ऐलान कर दिया है।
विनेश ने मां से मांगी माफी
तीन ओलंपिक में भारत के लिए हिस्सा ले चुकीं विनेश फोगाट ने सोशल मीडिया पर संन्यास का ऐलान किया। उन्होंने अपनी मां से माफी मांगते हुए एक्स अकाउंट पर संन्यास की घोषणा की। 29 साल की विनेश ने लिखा- मां कुश्ती मेरे से जीत गई मैं हार गई माफ करना आपका सपना मेरी हिम्मत सब टूट चुके इससे ज्यादा ताकत नहीं रही अब। अलविदा कुश्ती 2001-2024, आप सबकी हमेशा ऋणी रहूंगी माफी।
विनेश फोगाट का करियर
1994 में जन्मी विनेश फोगाट ने 7 साल की उम्र में ही रेसलिंग शुरू कर दी थी। वह वर्ल्ड रैंकिंग में पहले स्थान तक पहुंच चुकी हैं। 2019 और 2022 में वर्ल्ड चैंपियनशिप में 53 किग्रा कैटेगरी में विनेश ने ब्रॉन्ज मेडल जीते थे। 2018 एशियन गेम्स में विनेश ने गोल्ड पर कब्जा जमाया था। इसके साथ ही विनेश के नाम कॉमनवेल्थ गेम्स में भी 3 गोल्ड हैं। वह एशियन गेम्स और कॉमनवेल्थ दोनों में गोल्ड जीतने वाली भारत की पहली रेसलर हैं।
ओलंपिक फाइनल में पहुंचने वाली पहली महिला रेसलर
विनेश फोगाट ने पेरिस ओलंपिक में कमाल का प्रदर्शन किया। उन्होंने अपने पहले राउंड में जापान की अजेय रेसलर युई सुसाकी को हराया। इससे पहले सुसाकी अपने 82 मैच के इंटरनेशनल करियर में कोई मुकाबला नहीं हारी थीं। इसके बाद लगातार दो मैच जीतकर उन्होंने फाइनल में जगह बनाई। अभी तक कोई भी भारतीय महिला रेसलर ओलंपिक के फाइनल में नहीं पहुंच पाई थी। हालांकि दूसरे दिन 100 ग्राम ज्यादा वजन होने की वजह से उन्हें बाहर कर दिया गया।
भारतीय दल ने खेल पंचाट न्यायालय में भी अपील दायर की
इंडियन एक्सप्रेस को पता चला है कि विनेश और भारतीय दल ने खेल पंचाट न्यायालय में भी अपील दायर की है। इसमें विनेश फोगाट को रजत पदक दिए जाने की मांग की गई है। सर्वोच्च खेल निकाय द्वारा गुरुवार सुबह फैसला सुनाए जाने की उम्मीद है। ओलंपिक खेलों के दौरान या उद्घाटन समारोह से 10 दिन पहले होने वाले किसी भी विवाद के मध्यस्थता द्वारा समाधान के लिए खेलों में सीएएस का एक एडहॉक डिविजन स्थापित किया गया था। इस मामले पर गुरुवार सुबह सुनवाई होगी।
सारा एन हिल्डेब्रांट ने जीता गोल्ड
50 किग्रा वर्ग की स्पर्धा में सेमीफाइनल में विनेश से हारने वाली क्यूबा की पहलवान गजमान लोपेज ने बुधवार रात को फाइनल में उनकी जगह अमेरिकी सारा एन हिल्डेब्रांट का सामना किया। हिल्डेब्रांट ने मुकाबला जीतकर स्वर्ण पदक अपने नाम किया। विनेश का यह तीसरा ओलंपिक था। 2016 में रियो और 2021 में टोक्यो में उनका प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा था। पेरिस ओलंपिक में उन्होंने हिस्सा लेने के लिए वजन कम किया था। वह 50 किग्रा वर्ग में प्रतिस्पर्धा करती थीं।
पेरिस
भारतीय रेसलर विनेश फोगाट ने कुश्ती से संन्यास का ऐलान कर दिया है। पेरिस ओलंपिक में वह 50 किग्रा कैटेगरी के फाइनल में पहुंच गई थीं। लेकिन फाइनल मुकाबले के दिन सुबह उनका वजह 50 किलो से 100 ग्राम ज्यादा था। इसकी वजह से विनेश को इवेंट से ही डिस्क्वालिफाई कर दिया गया। अब उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट डालकर संन्यास का ऐलान कर दिया है।
विनेश ने मां से मांगी माफी
तीन ओलंपिक में भारत के लिए हिस्सा ले चुकीं विनेश फोगाट ने सोशल मीडिया पर संन्यास का ऐलान किया। उन्होंने अपनी मां से माफी मांगते हुए एक्स अकाउंट पर संन्यास की घोषणा की। 29 साल की विनेश ने लिखा- मां कुश्ती मेरे से जीत गई मैं हार गई माफ करना आपका सपना मेरी हिम्मत सब टूट चुके इससे ज्यादा ताकत नहीं रही अब। अलविदा कुश्ती 2001-2024, आप सबकी हमेशा ऋणी रहूंगी माफी।
विनेश फोगाट का करियर
1994 में जन्मी विनेश फोगाट ने 7 साल की उम्र में ही रेसलिंग शुरू कर दी थी। वह वर्ल्ड रैंकिंग में पहले स्थान तक पहुंच चुकी हैं। 2019 और 2022 में वर्ल्ड चैंपियनशिप में 53 किग्रा कैटेगरी में विनेश ने ब्रॉन्ज मेडल जीते थे। 2018 एशियन गेम्स में विनेश ने गोल्ड पर कब्जा जमाया था। इसके साथ ही विनेश के नाम कॉमनवेल्थ गेम्स में भी 3 गोल्ड हैं। वह एशियन गेम्स और कॉमनवेल्थ दोनों में गोल्ड जीतने वाली भारत की पहली रेसलर हैं।
ओलंपिक फाइनल में पहुंचने वाली पहली महिला रेसलर
विनेश फोगाट ने पेरिस ओलंपिक में कमाल का प्रदर्शन किया। उन्होंने अपने पहले राउंड में जापान की अजेय रेसलर युई सुसाकी को हराया। इससे पहले सुसाकी अपने 82 मैच के इंटरनेशनल करियर में कोई मुकाबला नहीं हारी थीं। इसके बाद लगातार दो मैच जीतकर उन्होंने फाइनल में जगह बनाई। अभी तक कोई भी भारतीय महिला रेसलर ओलंपिक के फाइनल में नहीं पहुंच पाई थी। हालांकि दूसरे दिन 100 ग्राम ज्यादा वजन होने की वजह से उन्हें बाहर कर दिया गया।
भारतीय दल ने खेल पंचाट न्यायालय में भी अपील दायर की
इंडियन एक्सप्रेस को पता चला है कि विनेश और भारतीय दल ने खेल पंचाट न्यायालय में भी अपील दायर की है। इसमें विनेश फोगाट को रजत पदक दिए जाने की मांग की गई है। सर्वोच्च खेल निकाय द्वारा गुरुवार सुबह फैसला सुनाए जाने की उम्मीद है। ओलंपिक खेलों के दौरान या उद्घाटन समारोह से 10 दिन पहले होने वाले किसी भी विवाद के मध्यस्थता द्वारा समाधान के लिए खेलों में सीएएस का एक एडहॉक डिविजन स्थापित किया गया था। इस मामले पर गुरुवार सुबह सुनवाई होगी।
सारा एन हिल्डेब्रांट ने जीता गोल्ड
50 किग्रा वर्ग की स्पर्धा में सेमीफाइनल में विनेश से हारने वाली क्यूबा की पहलवान गजमान लोपेज ने बुधवार रात को फाइनल में उनकी जगह अमेरिकी सारा एन हिल्डेब्रांट का सामना किया। हिल्डेब्रांट ने मुकाबला जीतकर स्वर्ण पदक अपने नाम किया। विनेश का यह तीसरा ओलंपिक था। 2016 में रियो और 2021 में टोक्यो में उनका प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा था। पेरिस ओलंपिक में उन्होंने हिस्सा लेने के लिए वजन कम किया था। वह 50 किग्रा वर्ग में प्रतिस्पर्धा करती थीं।