पेरिस
पेरिस ओलंपिक में भारतीय खिलाड़ियो के चौथे स्थान पर रहने का सिलसिला खत्म ही नहीं हो रहा और सोमवार को बैडमिंटन में लक्ष्य सेन तथा निशानेबाजी में मिश्रित स्कीट टीम कांस्य पदक से चूक गई। भारत की झोली में अभी तक तीन कांस्य पदक ही आये हैं। मनु भाकर ने महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल और सरबजोत सिंह के साथ 10 मीटर मिश्रित टीम पिस्टल में कांस्य जीता। इसके अलावा स्वप्निल कुसाले ने 50 मीटर राइफल थ्री पोजिशंस में कांसा हासिल किया था।
इनके अलावा मनु भाकर 25 मीटर पिस्टल में चौथे स्थान पर रहीं। वहीं तीरंदाजी में धीरज बोम्मादेवरा और अंकिता भकत की जोड़ी मिश्रित टीम स्पर्धा में कांस्य पदक के मुकाबले में अमेरिकी जोड़ी से हार गई।
पुरूषों की 10 मीटर एयर राइफल स्पर्धा में अर्जुन बबूता चौथे स्थान पर रहे थे। वहीं पदक के प्रबल दावेदार लक्ष्य बैडमिंटन पुरूष एकल मुकाबले में ली जी जिया से तीन गेम में 21.13, 16.21, 11.21 से हारकर कांस्य से चूक गए। वहीं निशानेबाज महेश्वरी चौहान और अनंत जीत सिंह नरूका को स्कीट मिश्रित टीम स्पर्धा के कांस्य पदक के मुकाबले में चीन की यितिंग जियांग और लियू जियानलिन की जोड़ी से 44.43 से हार का सामना करना पड़ा।
पेरिस
पेरिस ओलंपिक में भारतीय खिलाड़ियो के चौथे स्थान पर रहने का सिलसिला खत्म ही नहीं हो रहा और सोमवार को बैडमिंटन में लक्ष्य सेन तथा निशानेबाजी में मिश्रित स्कीट टीम कांस्य पदक से चूक गई। भारत की झोली में अभी तक तीन कांस्य पदक ही आये हैं। मनु भाकर ने महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल और सरबजोत सिंह के साथ 10 मीटर मिश्रित टीम पिस्टल में कांस्य जीता। इसके अलावा स्वप्निल कुसाले ने 50 मीटर राइफल थ्री पोजिशंस में कांसा हासिल किया था।
इनके अलावा मनु भाकर 25 मीटर पिस्टल में चौथे स्थान पर रहीं। वहीं तीरंदाजी में धीरज बोम्मादेवरा और अंकिता भकत की जोड़ी मिश्रित टीम स्पर्धा में कांस्य पदक के मुकाबले में अमेरिकी जोड़ी से हार गई।
पुरूषों की 10 मीटर एयर राइफल स्पर्धा में अर्जुन बबूता चौथे स्थान पर रहे थे। वहीं पदक के प्रबल दावेदार लक्ष्य बैडमिंटन पुरूष एकल मुकाबले में ली जी जिया से तीन गेम में 21.13, 16.21, 11.21 से हारकर कांस्य से चूक गए। वहीं निशानेबाज महेश्वरी चौहान और अनंत जीत सिंह नरूका को स्कीट मिश्रित टीम स्पर्धा के कांस्य पदक के मुकाबले में चीन की यितिंग जियांग और लियू जियानलिन की जोड़ी से 44.43 से हार का सामना करना पड़ा।