पेरिस
भारत की स्टार महिला पहलवान विनेश फोगाट ने पेरिस ओलंपिक खेलों में धमाकेदार आगाज किया है। सोमवार को विनेश फोगाट को जब कड़ा ड्रॉ मिला था, तो सबकी निगाहें इस मुकाबले पर टिक गई थी। महिलाओं के 50 किग्रा में विनेश के सामने मौजूदा ओलंपिक चैंपियन और चार बार की वर्ल्ड चैंपियन युई सुसाकी की चुनौती थी। सुसाकी ने अपने इंटरनेशनल करियर में इससे पहले अभी तक एक भी हार का सामना नहीं किया था। विनेश फोगाट ने 3-2 से यह मुकाबला जीता और क्वार्टर फाइनल का टिकट कटा लिया।
विनेश का मुकाबला जापान की उस खिलाड़ी से था, जिसने टोक्यो खेलों में एक भी अंक गंवाए बिना गोल्ड मेडल जीता था। विनेश अपना तीसरा ओलंपिक खेल रही हैं लेकिन वह पहली बार 50 किग्रा में चुनौती पेश करेंगी। इससे पहले वह 53 किग्रा में खेलती थीं।
रेसलिंग में भारत के लिए 5 अगस्त का दिन निराशा लेकर आया था क्योंकि महिलाओं की 68 किग्रा वर्ग में निशा दहिया को 8-2 की लीड के बावजूद 8-10 से हार का सामना करना पड़ा था। निशा उत्तर कोरिया की पहलवान सोल गम पाक के खिलाफ एक समय बहुत मजबूत स्थिति में थीं, लेकिन इसके बाद इंजरी के चलते उन्हें मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा। निशा को मैच के बाद स्कैन के लिए ले जाया गया है। विनेश की बात करें तो उन्हें मेडल की सबसे बड़ी उम्मीद के रूप में भी देखा जा रहा है। 29 साल की विनेश एशियन गेम्स में एक गोल्ड मेडल, कॉमनवेल्थ गेम्स में तीन गोल्ड मेडल और एशियन चैंपियनशिप में एक गोल्ड मेडल जीत चुकी हैं।
वर्ल्ड चैंपियनशिप में उनके नाम पर तीन ब्रोन्ज मेडल भी दर्ज हैं। 2020 टोक्यो ओलंपिक गेम्स में विनेश को क्वार्टर फाइनल में बेलारूस की वेनेसा कालाद्जिंस्काया के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा था। ओलंपिक गेम्स में रेसलिंग में विनेश से भारत को मेडल की आस लगी हुई है।
पेरिस
भारत की स्टार महिला पहलवान विनेश फोगाट ने पेरिस ओलंपिक खेलों में धमाकेदार आगाज किया है। सोमवार को विनेश फोगाट को जब कड़ा ड्रॉ मिला था, तो सबकी निगाहें इस मुकाबले पर टिक गई थी। महिलाओं के 50 किग्रा में विनेश के सामने मौजूदा ओलंपिक चैंपियन और चार बार की वर्ल्ड चैंपियन युई सुसाकी की चुनौती थी। सुसाकी ने अपने इंटरनेशनल करियर में इससे पहले अभी तक एक भी हार का सामना नहीं किया था। विनेश फोगाट ने 3-2 से यह मुकाबला जीता और क्वार्टर फाइनल का टिकट कटा लिया।
विनेश का मुकाबला जापान की उस खिलाड़ी से था, जिसने टोक्यो खेलों में एक भी अंक गंवाए बिना गोल्ड मेडल जीता था। विनेश अपना तीसरा ओलंपिक खेल रही हैं लेकिन वह पहली बार 50 किग्रा में चुनौती पेश करेंगी। इससे पहले वह 53 किग्रा में खेलती थीं।
रेसलिंग में भारत के लिए 5 अगस्त का दिन निराशा लेकर आया था क्योंकि महिलाओं की 68 किग्रा वर्ग में निशा दहिया को 8-2 की लीड के बावजूद 8-10 से हार का सामना करना पड़ा था। निशा उत्तर कोरिया की पहलवान सोल गम पाक के खिलाफ एक समय बहुत मजबूत स्थिति में थीं, लेकिन इसके बाद इंजरी के चलते उन्हें मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा। निशा को मैच के बाद स्कैन के लिए ले जाया गया है। विनेश की बात करें तो उन्हें मेडल की सबसे बड़ी उम्मीद के रूप में भी देखा जा रहा है। 29 साल की विनेश एशियन गेम्स में एक गोल्ड मेडल, कॉमनवेल्थ गेम्स में तीन गोल्ड मेडल और एशियन चैंपियनशिप में एक गोल्ड मेडल जीत चुकी हैं।
वर्ल्ड चैंपियनशिप में उनके नाम पर तीन ब्रोन्ज मेडल भी दर्ज हैं। 2020 टोक्यो ओलंपिक गेम्स में विनेश को क्वार्टर फाइनल में बेलारूस की वेनेसा कालाद्जिंस्काया के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा था। ओलंपिक गेम्स में रेसलिंग में विनेश से भारत को मेडल की आस लगी हुई है।