लंदन ने न�यूयॉर�क, पेरिस और टोक�यो को पीछे छोड़ते ह�� टॉप स�पॉट बरकरार रखा, सर�वश�रेष�ठशहर च�ना गया
लंदन
लंदन को लगातार 10वें साल दà¥�निया के सरà¥�वशà¥�रेषà¥�ठशहरों की वारà¥�षिक रैंकिंग में बेसà¥�ट सिटी चà¥�ना गया। बà¥�रिटिश राजधानी ने नà¥�यूयॉरà¥�क, पेरिस और टोकà¥�यो को पीछे छोड़ते हà¥�à¤� टॉप सà¥�पॉट बरकरार रखा। रियल à¤�सà¥�टेट, परà¥�यटन और आरà¥�थिक विकास में गà¥�लोबल à¤�डवाइजर, रेजोनेंस दà¥�वारा संकलित रैंकिंग, 1 मिलियन से अधिक आबादी वाले शहरों का मूलà¥�यांकन करती है। रिपोरà¥�ट के अनà¥�सार, लंदन का दबदबा रैंकिंग में हमेशा रहा है। à¤à¤²à¥‡ ही मूलà¥�यांकन मानदंड हर साल बदलते रहते हैं।
रैंकिंग लंदन की गà¥�लोबल अपील को दरà¥�शाती है। यह à¤�क à¤�सा शहर है जो सांसà¥�कृतिक विरासत, मजबूत बिजनेस इंफà¥�रासà¥�टà¥�रकà¥�चर का पà¥�रतीक रहा है। इस साल की रैंकिंग में, पबà¥�लिक परसेपà¥�शन को शामिल किया गया। पहली बार, 30 देशों के 22,000 से अधिक लोगों की अंतरà¥�दृषà¥�टि को शामिल किया गया और विशà¥�लेषण में परसेपà¥�शन बेसà¥�ड डाटा जोड़ा गया। मूलà¥�यांकन में कई अनà¥�य कारकों पर विचार किया गया, जिसमें वातावरण की गà¥�णवतà¥�ता, सांसà¥�कृतिक जीवंतता, à¤à¥‹à¤œà¤¨, नाइटलाइफ, खरीदारी और बिजनेस इंफà¥�रासà¥�टà¥�रकà¥�चर शामिल है।
इसमें रीजनल à¤�यरपोरà¥�ट की कनेकà¥�टिविटी और विशà¥�वविदà¥�यालयों की गà¥�णवतà¥�ता का à¤à¥€ आकलन किया। रेजोनेंस के अधà¥�यकà¥�ष और सीईओ कà¥�रिस फेयर ने कहा, “लोग आगे बढ़ रहे हैं और पलायन कर रहे हैं, महामारी के दौरान यह टà¥�रेंड और बढ़ गया है। लोग न केवल किफायती बलà¥�कि मनमोहक सà¥�थानों की à¤à¥€ तलाश कर रहे हैं। परिणामों से पता चलता है कि दà¥�निया à¤à¤° के लोग सबसे बड़े शहरों में रहने, घूमने और काम करने की इचà¥�छा रखते हैं।â€�