नई दिल्ली
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने संविधान और उसमें निहित विचारधारा पर जोर देते हुए कहा कि जब हम संविधान खोलते हैं, तो उसमें हमें डॉ. भीमराव अंबेडकर, महात्मा गांधी और पंडित जवाहरलाल नेहरू की आवाजें और उनके विचार सुनाई देते हैं। उन्होंने कहा कि संविधान में हमारी विरासत की झलक है। राहुल गांधी ने संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान संविधान और लोकतंत्र की महत्ता पर अपनी बात रखते हुए कहा, “भारत का संविधान सिर्फ एक कानूनी दस्तावेज नहीं है, यह हमारे देश की आत्मा है। इसमें हर नागरिक के अधिकार, कर्तव्य और देश के प्रति जिम्मेदारी का विवरण दिया गया है। यह हमें समानता, स्वतंत्रता और भाईचारे की भावना सिखाता है।” राहुल गांधी लोकसभा में मनुस्मृति लेकर पहुंचे थे। उनके एक हाथ में संविधान था तो दूसरे हाथ में मनुस्मृति।
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने भारत के संविधान को “भारत माता” का दस्तावेज बताया। उन्होंने कहा, “संविधान आधुनिक भारत का दस्तावेज है, लेकिन इसे प्राचीन भारत और उसके विचारों के बिना कभी नहीं लिखा जा सकता था।” राहुल गांधी ने कहा कि विपक्ष में संविधान को बचाने की बात करने वाले लोग बैठे हैं। इस दौरान उन्होंने सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि सावरकर ने संविधान के खिलाफ बोला था। राहुल गांधी ने एकलव्य का किस्सा सुनाते हुए कहा कि “आप (भाजपा) गरीबों का, पूरे देश का अंगूठा काट रहे हो।” लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को लोकसभा में सरकार पर तीखा प्रहार किया और आरोप लगाया कि जिस तरह एकलव्य का अंगूठा काटा गया उसी तरह से आज सरकार देश के युवाओं का अंगूठा काट रही है। उन्होंने ‘संविधान की 75 वर्ष की गौरवशाली यात्रा’ पर चर्चा में भाग लेते हुए कहा कि आज भारत में एक वैचारिक लड़ाई चल रही है और विपक्ष की तरफ संविधान के विचारों के संरक्षक हैं। राहुल गांधी ने कहा कि द्रोणाचर्य और एकलव्य की गाथा का उल्लेख करते हुए कहा कि जैसे एकलव्य का अंगूठा काटा गया, उसी तरह सरकार पूरे देश आप पूरे देश का युवाओं का अंगूठा काट रही है।
उन्होंने कहा, ‘‘जब आप एक उद्योगपति को धारावी परियोजना देते हो, बंदरगाह और हवाईअड्डे को देते हैं तो आप हिंदुस्तान का अंगूठा काटते हैं।’’ राहुल गांधी ने दावा किया कि विनायक दामोदर सावरकर ने संविधान के बारे में कहा था कि इसमें कुछ भी भारतीय नहीं है। कांग्रेस नेता ने सत्तापक्ष पर कटाक्ष करते हुए कहा, ‘‘जब आप संविधान की रक्षा की बात करते हैं तो आप सावरकर को कमतर और अपमानित करते हैं।’’
राहुल गांधी ने सावरकर का हवाला देते हुए कहा कि “उन्होंने कहा था कि भारत के संविधान की सबसे बुरी बात यह है कि इसमें कुछ भी भारतीय नहीं है। मनुस्मृति वह धर्मग्रंथ है जो हमारे हिंदू राष्ट्र के लिए वेदों के बाद सबसे अधिक पूजनीय है और जिससे हमारा प्राचीन काल हमारी संस्कृति, रीति-रिवाज, विचार और व्यवहार का आधार बना है। इस पुस्तक ने सदियों से हमारे राष्ट्र की आध्यात्मिक और दैवीय यात्रा को संहिताबद्ध किया है। आज मनुस्मृति ही कानून है।” ये सावरकर के शब्द हैं।”
राहुल गांधी ने लोकसभा में अपने भाषण के दौरान भाजपा पर हमला करने के लिए एकलव्य की कहानी का हवाला दिया। गांधी ने कहा, “जैसे द्रोणाचार्य ने एकलव्य के अंगूठे काटे थे, वैसे ही भाजपा भारत में युवाओं के अंगूठे काट रही है।” उन्होंने कहा, “जब भाजपा धारावी को अडानी को देती है, तो आप छोटे व्यापारियों के अंगूठे काट रहे हैं।”