राजस्थान के कोटा में ऐतिहासिक दशहरा मेला का आयोजन शुरू होने में अब करीब 10 दिन का ही समय बचा है लेकिन इस मेले की प्रारम्भिक लिए तैयारियों भी शुरू नहीं हो पाई है।
मेले के आयोजन की तैयारियों सहित कई आयोजनों, दुकानों-जगह के आवंटन के बारे में फ़ैसला करने के लिए गुरूवार को कोटा नगर निगम (उत्तर) की महापौर और मेला समिति अध्यक्ष मंजू मेहरा ने एक महत्वपूर्ण बैठक बुलाई थी, लेकिन बाद में ..अपरिहार्य.. कारण बताते हुए इस बैठक को ही स्थगित कर दिया गया। बीते सालों में कोटा दशहरे मेले के सफल आयोजन पर उसी समय सवालिया निशान खड़ा हो गया था जब राज्य सरकार के आदेश के तहत दो नगर निगम कोटा उत्तर और कोटा दक्षिण का गठन किया गया और उसके बाद आयोजित होने वाले पहले ही दशहरा मेले की कमान कोटा नगर निगम (उत्तर) को सौंपी गई। तब से ही इस मेले के आयोजन को लेकर दोनों नगर निगमों के बीच खींचतान का जो दौर शुरू हुआ था, वह अब अपने चरम पर है क्योंकि 10 अक्टूबर को दशहरा मेले का औपचारिक रूप से उद्घाटन की तारीख तय है।
गौरतलब है कि राष्ट्रीय स्तर के दशहरा मेला में आयोजित होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रमों के दौरान सिने संध्या, सिंधी कार्यक्रम,हिंदी-पंजाबी,गज़ल गायन के कार्यक्रमों सहित अखिल भारतीय स्तर का कवि सम्मेलन और मुशायरा अलग-अलग दिन आयोजित होते हैं जिनके साक्षी बनने के लिए हजारों की संख्या में लोग दशहरा मेला प्रांगण में पहुंचते हैं और ऐसे लोगों में कोटा के बाहर से हाडोती भर के विभिन्न क्षेत्रों के लोग भी बड़ी संख्या में शामिल होते हैं।