बेंगलुरु
कन्नड़ फिल्म एक्टर दर्शन थुगुदीपा की उस याचिका को बेंगलुरु कोर्ट ने खारिज कर दिया है, जिसमें उन्होंने जेल में अपने लिए घर का बना खाने की मांग की थी। यानी अब दर्शन को जेल में घर का बना खाना नहीं मिलेगा। दर्शन थुगुदीपा 33 साल से फैन रेणुकास्वामी की हत्या के आरोप में 11 जून से जेल में बंद हैं।
बेंगलुरु कोर्ट ने दर्शन को न सिर्फ घर का बना खाना देने से इनकार कर दिया, बल्कि उन्हें अन्य सुविधाएं देने से इनकार कर दिया। कोर्ट में सुनवाई के दौरान Darshan Thugudeepa के वकील ने दलील दी थी कि वह एक्टर हैं और इसलिए उन्हें हेल्दी डाइट जरूरी है ताकि वह अपनी बॉडी को बनाए रखें और लाइफस्टाइल सही रहे। वकील ने दलील दी थी कि जेल में जो खाना मिल रहा है, उससे दर्शन थुगुदीपा को फूड पॉइजनिंग और डायरिया हो गया है।
न घर का खाना और ना ही स्पेशल ट्रीटमेंट
‘दैनिक भास्कर’ की रिपोर्ट के मुताबिक, दर्शन के वकील की इस दलील पर स्पेशल पब्लिक प्रॉसिक्यूटर पी प्रसन्ना कुमार ने कहा कि दर्शन थुगुदीपा को जेल में कोई स्पेशल ट्रीटमेंट न दिया जाए। बाद में कोर्ट ने सुनवाई के बाद फैसला सुनाते हुए दर्शन थुगुदीपा की घर के बने खाने की मांग और अन्य स्पेशल सुविधाओं को देने से इनकार कर दिया और याचिका खारिज कर दी। कोर्ट ने कहा कि दर्शन को कोर्ट में वैसा ही खाना मिलेगा, जैसा अन्य कैदियों को दिया जाता है।
क्या है दर्शन और रेणुकास्वामी का मामला?
दर्शन थुगुदीपा पर आरोप है कि उन्होंने अपने फैन रेणुकास्वामी का दोस्तों के साथ मिलकर किडनैप किया और गोदाम में ले जाकर पहले उसका टॉर्चर और फिर हत्या की। दर्शन थुगुदीपा एक्ट्रेस पवित्रा गौड़ा के साथ रिश्ते में थे और इसका खुलासा कुछ महीने पहले ही हुआ था। अभी तक पुलिस ने जो जांच की उसमें पता चला कि रेणुकास्वामी को दर्शन और पवित्रा का रिश्ता पसंद नहीं था। वह एक्ट्रेस को दर्शन थुगुदीपा से दूर रहने के लिए कह रहा था। पर जब पवित्रा ने उसकी बातों को नजरअंदाज किया तो उसने एक्ट्रेस को आपत्तिजनक मैसेज भेजने शुरू कर दिए। पुलिस के मुताबिक, पवित्रा गौड़ा ने दर्शन को रेणुकास्वामी को हत्या के लिए उकसाया।