मुरैना. मुरैना पुलिस ने आज भारी सफलता हासिल की. उसने चोरी गए मोबाइल फोन जब्त किए. वो भी एक या दो नहीं बल्कि पूरा का पूरा जखीरा. पुलिस ने एक साथ 250 मोबाइल फोन जब्त किए. इनकी कीमत इतनी है कि सुनकर होश उड़ जाएं. लेकिन इतनी बड़ी कार्रवाई के बाद भी पुलिस पर सवाल उठ रहे हैं. इसकी वजह ये है कि पुलिस ने एक भी आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया तो फिर मोबाइल मिले कहां.
मुरैना पुलिस को जिले भर से मोबाइल चोरी और लूट की शिकायतें मिल रही थीं. बढ़ते बढ़ते ये आंकड़ा सैंकड़ा पार कर गया. फिर पुलिस एक्शन में आई. एसपी शैलेन्द्र सिंह चौहान ने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अरविंद सिंह ठाकुर को इसकी जांच की जिम्मेदारी सौंपी. एएसपी ने सायबर पुलिस की मदद ली और इतनी बड़ी संख्या में मोबाइल फोन ढूंढ़ निकाले.
नामी कंपनियों के फोन
पुलिस की टीम ने पूरे जिले भर से 250 मोबाइल फोन जब्त किए. इनमें एप्पल, रीयलमी, ओपो, वीवो, एमआई, सैमसगं , टैक्नों, इनजिजनक्स, मोटोरोला, बनप्लस आदि कंपनी के हैंडसेट हैं. इनकी कीमत 37 लाख 50 हजार रुपए है. ये फोन एमपी, उ०प्र०. गुजरात, दिल्ली, राजस्थान से बरामद किए गए.
37 लाख के फोन
मुरैना साइबर टीम ने चोरी और लूट के ये मोबाइल फोन ढूंढ़ निकाले. इसका खुलासा पुलिस अधीक्षक शैलेंद्र सिंह चौहान ने प्रेस वार्ता बुलाकर किया. ये फोन भूतपूर्व सैनिक, माली, खिलाड़ी, छात्र, गृहणियों, अध्यापक और पुलिस कर्मचारियों के भी हैं. इनमें से किसी का फोन राह चलते झपटा गया था तो किसी का चोरी हो गया था. कुछ पीड़ित इतने गरीब तबके के निकले जो फिर दूसरा फोन ही नहीं खरीद पाए.
आरोपी कहां हैं
मोबाइल खोने के बाद लोगों को उम्मीद नहीं थी कि उन्हें ये कभी वापिस मिल पाएंगे. लेकिन पुलिस ने जब इन्हें फोन लौटाए तो उनके चेहरे पर खुशी छलक उठी. अब सवाल ये उठ रहा है कि पुलिस ने इतने मोबाइल फोन तो बरामद किए लेकिन एक भी आरोपी को गिरफ्तार क्यों नहीं किया. फोन कहां से बरामद किए गए.
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