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अमेरिका ने यूक�रेन को �ंटी&पर�सनल लैंडमाइंस भेजने का फैसला किया, यूक�रेन की मदद के लि� इतने उतावले क�यों हैं बाइडेन?

वाशिंगटन
अमेरिका ने यूक�रेन को �ंटी-पर�सनल लैंडमाइंस भेजने का फैसला किया है। रूस के खिलाफ जंग में कीव की मदद के लि� पिछले क�छ दिनों में यह बाइडेन प�रशासन का दूसरा बड़ा कदम है। इससे पहले वाशिंगटन ने यूक�रेन को रूस के भीतर लंबी दूरी की अमेरिकी मिसाइलों के इस�तेमाल की अन�मति दी थी। आखिर क�या कारण है कि जो बाइडेन यूक�रेन की मदद के लि� अचानक बड़े फैसले ले रहे हैं। अमेरिकी रक�षा सचिव लॉयड ऑस�टिन का कहना है कि यूक�रेन को �ंटी-पर�सनल लैंडमाइंस भेजने का फैसला रूस की य�द�ध रणनीति में बदलाव के कारण लिया गया। मॉस�को मशीनी यूनिट�स की त�लना में पैदल सेना को तरजीह दे रहा है।

ऑस�टिन ने लाओस की यात�रा के दौरान मीडिया से कहा, “वे अब अपनी मशीनीकृत सेनाओं के साथ आगे नहीं ले जा रहे। मशीनीकृत सेनाओं के लि� रास�ता बनाने के लि� वे पैदल सेनाओं के साथ आगे बढ़ रहे हैं।� अमेरिकी की तरफ से ब�धवार को की गई घोषणा �क बड़े नीतिगत बदलाव की ओर इशारा करती है, जिसकी मानवाधिकार समूहों ने आलोचना की है। अमेरिकी ने कीव की मदद के लि� बारूदी स�रंगों पर लगे प�रतिबंधों को वापस लिया है। 2022 में, बाइडेन ने कहा कि संय�क�त राज�य अमेरिका अपने बारूदी स�रंगों के इस�तेमाल पर पूर�ण प�रतिबंध लगा देगा।

इससे क�छ ही दिन पहले राष�ट�रपति जो बाइडेन ने यूक�रेन को रूस पर हमला करने के लि� लंबी दूरी की अमेरिकी मिसाइलों का इस�तेमाल करने की हरी �ंडी दी। यूक�रेन के राष�ट�रपति वोलोडिमिर जेलेंस�की लंबे समय से यह मांग करते आ� हैं कि रूस के अंदर लक�ष�यों को भेदने के लि� कीव को आर�मी टैक�टिकल मिसाइल सिस�टम (�टी�सी�म�स) का इस�तेमाल करने की अन�मति दी जा�। �टी�सी�म�स 300 किमी (186 मील) तक जा सकती हैं। निवर�तमान अमेरिकी प�रशासन का लक�ष�य डोनाल�ड ट�रंप पदभार संभालने से पहले यूक�रेन को रूस के खिलाफ बढ़त दिलाना है।

ट�रंप ने यूक�रेन के लि� अमेरिकी मदद की बार-बार आलोचना की। वह दावा करते रहे हैं कि सत�ता में आने पर क�छ ही घंटों में य�द�ध विराम करवा सकते हैं। उनके बयानों ने कीव और यूरोप में इस बात को लेकर आशंका�ं पैदा कर दीं कि भविष�य में यूक�रेन अमेरिकी समर�थन सीमित हो सकता है। रूस और संय�क�त राज�य अमेरिका में से किसी ने भी संय�क�त राष�ट�र बारूदी स�रंग प�रतिबंध संधि पर हस�ताक�षर नहीं कि� हैं। दोनों की अतीत में �ंटी-पर�सनल बारूदी स�रंगों के प�रयोग के लि� आलोचना की गई है। हालांकि, यूक�रेन इस संधि के हस�ताक�षरकर�ताओं में शामिल है। ब�धवार को लैंडमाइंस पर प�रतिबंध लगाने के इंटरनेशनल कैंपेन की �क रिपोर�ट में कहा गया कि कीव 2022 में अपने सैनिकों द�वारा �ंटी-पर�सनल माइंस के कथित इस�तेमाल की जांच कर रहा है।

संय�क�त राज�य अमेरिका ने कहा कि यूक�रेन को तथाकथित ‘गैर-स�थायी’ बारूदी स�रंगें दी जा�ंगी जो बैटरी चार�ज खोने के बाद नष�ट या निष�क�रिय हो सकती हैं और सिद�धांत रूप में नागरिकों के लि� जोखिम को सीमित करती हैं। विदेश विभाग के प�रवक�ता मैथ�यू मिलर ने संवाददाताओं से कहा, “दो सप�ताह के भीतर, यदि उन�हें विस�फोटित नहीं किया गया, तो वे निष�क�रिय हो जाती हैं।� मॉस�को और कीव दोनों ही जनवरी में ट�रंप के पदभार ग�रहण करने से पहले य�द�ध के मैदान में महत�वपूर�ण बढ़त हासिल करने की कोशिश कर रहे हैं। कीव ने हाल ही में पहली बार रूसी क�षेत�र में लंबी दूरी की, अमेरिका द�वारा आपूर�ति की गई �टी�सी�म�स मिसाइलें दागी हैं। मंगलवार को रूसी राष�ट�रपति व�लादिमीर प�तिन ने �क आदेश पर हस�ताक�षर कि�, जिसमें रूस द�वारा परमाण� हथियारों के इस�तेमाल पर लगी पाबंदी को कम किया गया। लाओस, जहां ऑस�टिन ने अपनी टिप�पणी की, अभी भी वियतनाम य�द�ध के दौरान भारी अमेरिकी बमबारी से उबर रहा है। �क डी-माइनिंग ग�र�प, द हेलो ट�रस�ट के अन�सार, आधी सदी में बिना फटे बारूद से 20,000 से अधिक लोग मारे ग� या घायल ह�� हैं।

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