जापान में माइकोप�लाज�मा निमोनिया के मामलों में वृद�धि देखी जा रही
टोक�यो
जापान में माइकोपà¥�लाजà¥�मा निमोनिया के मामलों में वृदà¥�धि देखी जा रही है। राषà¥�टà¥�रीय संकà¥�रामक रोग संसà¥�थान के अनà¥�सार, 17 नवंबर को समापà¥�त सपà¥�ताह के दौरान देश à¤à¤° के चिकितà¥�सा संसà¥�थानों में औसतन 2.84 मरीज मिले हैं। यह आंकड़ा पिछले सपà¥�ताहों की तà¥�लना में मामलों में वृदà¥�धि दिखाता है। वरà¥�तमान टà¥�रैकिंग पà¥�रणाली शà¥�रू होने के बाद से यह अब तक का उचà¥�चतम आंकड़ा है।
माइकोपà¥�लाजà¥�मा निमोनिया à¤�क बैकà¥�टीरियल इंफेकà¥�शन (जीवाणà¥� संकà¥�रमण) है। यह इंफेकà¥�शन जà¥�यादातर बचà¥�चों में देखने को मिलता है। यह सांस के साथ निकलने वाली सूकà¥�षà¥�म बूंदों से या करीबी संपरà¥�क में आने से फैलता है। इसके लकà¥�षणों में मरीजों को लगातार खांसी, बà¥�खार, थकान और सिरदरà¥�द जैसी परेशानी दिखाई देती है। इसके कई मामले बिना गंà¤à¥€à¤° जटिलताओं के ठीक हो जाते हैं। वहीं, कà¥�छ मामले गंà¤à¥€à¤° निमोनिया में बदल सकते हैं जिसके लिà¤� मरीज को असà¥�पताल में à¤à¤°à¥�ती कराने की आवशà¥�यकता पड़ सकती है।
फà¥�कà¥�ई पà¥�रानà¥�त ने पà¥�रति चिकितà¥�सा संसà¥�थान ने 8.83 मामलों के साथ उचà¥�चतम कà¥�षेतà¥�रीय औसत की सूचना दी। उसके बाद आओमोरी (5.0), कà¥�योटो (4.71) और होकà¥�काइडो (4.59) का सà¥�थान रहा। रिपोरà¥�ट के अनà¥�सार, टोकà¥�यो और ओसाका जैसे पà¥�रमà¥�ख शहरों में à¤à¥€ कà¥�रमशः 4.32 और 3.17 की उचà¥�च दर दरà¥�ज की गई।
सारà¥�वजनिक सà¥�वासà¥�थà¥�य अधिकारी नागरिकों से निवारक उपाय अपनाने का आगà¥�रह कर रहे हैं। मरीजों को मासà¥�क पहनने, सà¥�वचà¥�छता का धà¥�यान रखने के साथ डॉकà¥�टरों से परामरà¥�श लेने की सलाह दी है। माइकोपà¥�लाजà¥�मा निमोनिया सà¤à¥€ मानव रोगजनकों में सबसे अधिक पहचाने जाने वाले जीवाणà¥�ओं में से à¤�क है। इस वायरस की 200 से अधिक पà¥�रजातियां हैं।