अर्जुन ने भगवान श्रीकृष्ण से पूछा- हे पुरुषोत्तम! यह “ब्रह्म” क्या है? “कर्म” क्या है? “अध्यात्म” क्या...
धर्मं
प्रत्येक मनुष्य को अपने जीवन में सुख और दुख का सामना करना ही पड़ता है जहां दुख...
आकाश से गुजरते समय पार्वतीजी की नजर भीड़ की ओर गई। पार्वतीजी ने इतनी ज्यादा भीड़ का...
एक बार स्वर्ग से घोषणा हुई कि भगवान सेब बाँटने आ रहे हैं, सभी लोग भगवान के...
।। कौन काटता राम जी के बंधन।। ।। कौन काटता राम जी के बंधन।। ।।जो हनुमान ना...
भगवान श्रीहरि मूर दैत्य का नाश करने के बाद बैकुंठ लोक में शेष शय्या पर आंखें मूंदे...
1 बालकाण्ड बालक प्रभु को प्रिय है क्योकि उसमेँ छल ,कपट , नही होता । विद्या ,...
* रामु सत्यसंकल्प प्रभु सभा कालबस तोरि। मैं रघुबीर सरन अब जाउँ देहु जनि खोरि॥ विभीषण जी...
एक विद्वान् संत को आदत थी हर बात पे ये कहने की – जय शिव शंकर ,ॐ...
महर्षि भृगु की वंशावली भृगु से भार्गव, च्यवन, और्व, आप्नुवान, जमदग्नि, दधीचि आदि के नाम से गोत्र...