सरनागत कहुँ जे तजहिं निज अनहित अनुमानि। ते नर पावँर पापमय तिन्हहि बिलोकत हानि॥ श्री रामजी फिर...
धर्मं
महाराज दशरथ का जन्म एक बहुत ही अद्भुत घटना है पौराणिक धर्म ग्रंथों के आधार पर बताया...
मैया नहीं जानती कि वे वास्तव में किन्हें बन्धन में लाने का विचार कर रही हैं। वे...
श्रीकृष्ण कहते हैं ;- राजन्! कुछ काल के पश्चात् महातपस्वी भगवान् चण्डकौशिक मुनि पुनः मगधदेश में घूमते...
हृदय की गहराई से निकली हुई पुकार कभी भी निष्फल नहीं होती क्योकि इसमें गहन आस्था और...
तुलसी के नियमित सेवन से सौभाग्यशालिता के साथ ही सोच में पवित्रता, मन में एकाग्रता आती है...
‘सिद्धि’ शब्द का तात्पर्य सामान्यतः ऐसी परलौकिक और आत्मिक शक्तियों से है जो तप और साधना के...
एक बाबा जी नंदग्राम में यशोदा कुंड के पीछे निष्किंचन भाव से एक गुफा में बहुत काल...
आज के छात्रों को शायद नहीं पता होगा कि भारतीय हिन्दी भाषा की वर्णमाला वैज्ञानिकता से भरी...
‘जयद्रथ को यदि सूर्यास्त के पहले न मार सकूं तो मैं चिता-प्रवेश’ करुंगा’—ऐसी प्रतिज्ञा जब अर्जुन ने...