May 10, 2025

धर्मं

श्री राधा नित्य किशोरी वृन्दावन विहारिणी बनराज रानी निकुंजेश्वरी रूप रँगीली छबीली रसीली रस नागरी लाडिली प्यारी...
व्यासजी बोले ;— हे सनत्कुमार जी ! आप परम शिवभक्त हैं और ब्रह्माजी के पुत्र हैं। आप...
श्री गुरु चरण सरोज रज, निज मन मुकुरु सुधारि। बरनऊं रघुवर बिमल जसु, जो दायकु फल चारि।...