मणिपुर में पिछले पांच-छह वर्षों से अफीम की अवैध खेती और हेरोइन का निर्माण बड़े पैमाने पर हो रहा है।
मणिपुर में पिछले पांच-छह वर्षों से अफीम की अवैध खेती और हेरोइन का निर्माण बड़े पैमाने पर हो रहा है।
Feb 20, 2023, 20:54 IST
ड्रग्स तस्करों ने म्यांमार से भारत-म्यांमार सीमा से यह अफीम मणिपुर में मंगवाई थी। बरामद अफीम को दिल्ली और पंजाब में नशा तस्करों तक पहुंचाया जाना था। तस्करों ने कानून प्रवर्तन एजेंसियों की नजरों से बचने के लिए कार की पिछली सीट और रनिंग बोर्ड फ्रेम के दोनों किनारों के नीचे गोपनीय कैविटी बनवा उसमें अफीम छिपा कर रखी थी।
स्पेशल सेल की टीम इस सूचना पर काम कर रही थी कि मणिपुर, असम, यूपी, बिहार, पंजाब और दिल्ली आदि राज्यों में एक अंतरराज्यीय नारकोटिक ड्रग्स कार्टेल सक्रिय है। इस कार्टेल के सदस्य म्यांमार से हेरोइन और अफीम की आपूर्ति प्राप्त करने में शामिल हैं और आगे दिल्ली एनसीआर और पंजाब सहित देश के हिस्सों में आपूर्ति करते हैं। पूछताछ में दोनों ने बताया है कि वे किसी बड़े सिंडिकेट के सदस्य हैं। वे पिछले पांच वर्षों से दिल्ली, पंजाब और अन्य उत्तरी राज्यों में म्यांमार और मणिपुर से अफीम और हेरोइन की आपूर्ति कर रहे हैं।
पिछले पांच-छह वर्षों से म्यांमार और मणिपुर से दिल्ली, यूपी, पंजाब एमपी, राजस्थान, बिहार और अन्य राज्यों में ड्रग सप्लाई का यह रूट और भी प्रमुख और लोकप्रिय हो गया है। मणिपुर में पिछले पांच-छह वर्षों से अफीम की अवैध खेती और हेरोइन का निर्माण बड़े पैमाने पर हो रहा है।