जातिवार जनगणना को समाजवादी पार्टी प्रमुख मुद्दा मानकर उठा रही है।

जातिवार जनगणना को समाजवादी पार्टी प्रमुख मुद्दा मानकर उठा रही है।
 

केंद्र सरकार ने जनगणना का एक अधिनियम और नियमावली भी बनाई है ,उसके अनुसार यह केंद्र के अधिकार क्षेत्र के अंदर आता है।उन्होंने कहा ,उत्तर प्रदेश अब बहुत आगे निकल चुका है। उत्तर प्रदेश को बिहार की तरफ नहीं पहुंचाना चाहते। बिहार में अराजकता और भ्रष्टाचार है, नौकरी देने में परिवारवाद का बोलबाला है, यहां तक कि चारा खाने का काम जहां पर होता रहा है, हम उस तरफ उत्तर प्रदेश को नहीं ले जाना चाहते। श्री शाही ने कहा ,उत्तर प्रदेश अपने तरीके से अपने राज्य को उत्तम प्रदेश बनाना चाहता है और हम सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबके प्रयास के आधार पर उत्तर प्रदेश को देश का सर्वोत्तम राज्य बनाना चाहते हैं। जो राज्य पिछड़ेपन और संकीर्णता के शिकार हैं, उनकी तरफ हम उत्तर प्रदेश को नहीं ले जाना चाहते।

सरकार के इस जवाब से असंतुष्ट सपा सदस्य सरकार विरोधी नारेबाजी करते हुए सदन के बेल आ गये। विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने हंगामा कर रहे सदस्यों से कहा कि सपा सदस्य द्वारा पूछे गए प्रश्न का उत्तर आ गया है और सदन की कार्यवाही को विधिवत संचालित करने दिया जाए। इसी हंगामे के बीच विधानसभा अध्यक्ष ने कार्यसूची में उल्लिखित मदों को एक-एक कर पढ़ना शुरू कर दिया। इसके बावजूद सपा सदस्य हंगामा और नारेबाजी करते रहे। हंगामा थमते न देख विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही को 15 मिनट के लिए स्थगित कर दिया। जातिवार जनगणना को समाजवादी पार्टी प्रमुख मुद्दा मानकर उठा रही है।

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