संत हिरदाराम कन्या महाविद्यालय में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर परिचर्चा का आयोजन

संत हिरदाराम कन्या महाविद्यालय में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर परिचर्चा का आयोजन
 

संत हिरदाराम कन्या महाविद्यालय में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर परिचर्चा का आयोजन महिला एवं बाल विकास विभाग जिला भोपाल के तत्वाधान मंगलवार को किया गया । परिचर्चा सह संगोष्ठी में हिरदाराम कन्या महाविद्यालय के महिला प्रकोष्ठ एवं ओल्ड गर्ल्स एसोसिएशन का संयुक्त सहयोग प्राप्त हुआ। इस परिचर्चा का विषय विशाखा गाइड लाइन के कार्यक्षेत्र में कार्यरत महिलाओं में उपयोगिता के संबंध में परिचर्चा थी ।

महिला एवं बाल विकास विभाग के परियोजना अधिकारी श्री मृदुल मालवीय, पर्यवेक्षक श्रीमती लीना थानथराटे, महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. डालिमा पारवानी, पूर्व छात्राएं एवं समस्त महाविद्यालयीन सदस्य उपस्थित थे। महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. डालिमा पारवानी ने महिला दिवस और होली की प्रासंगिकता पर बात करते हुए कहा कि नारी स्वयंसिद्धा है और उसकी अपनी स्वयं की पहचान है। नारी साहस और आत्मविश्वास का पर्याय है। सभी के जीवन को रंगमय बनाने में नारी को अहम भूमिका है। मन और विचारों में संतुलन बनाकर स्वयं को आंतरिक रूप से सशक्त बनाएं।

उन्होंने सभी से भावनात्मक आध्यात्मिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ रहकर सभी से एकायता लाने की बात कही। मुख्य अतिथि श्रीमती मनीषा आनंद ने स्वयं से प्रेम करने की बात कहते हुए कहा कि सशक्तिकरण की शुरुआत स्वयं की देखभाल से शुरू होती हैं। उन्होंने कहा कि महिला और पुरुष के स्वयं के अपने विशिष्ट गुण होते है। उन्होंने कहा कि प्रसन्न रहना हमारी स्वयं की जिम्मेदारी है। दूसरों से अपेक्षा न करे। स्वयं को खुद उपहार देखुद से प्यार करे। स्वयं को सकारात्मक प्रसन्न और आत्मविश्वास से परिपूर्ण रखे। अपने विचारों का अवलोकन करें। हंसते मुस्कुराते रहे। हमेशा ईश्वर का धन्यवाद कर सभी के प्रति कृतज्ञ रहे। अपने मस्तिष्क को सकारात्मक निर्देश देवह हमारा आज्ञाकारी सेवक हैं। महाविद्यालय की लिटरेरी कमेटी की छात्राओं कु. शेमा महफूजर, कु. हिबा मरियम, कु. नौशीन अहमदर, कु. प्रिंसी पहलवानी, कु. नेहा अच्छानी, कु. भूमिका पंवार, कु. अनुष्का दुबे, कु. जान्हवी साहिबानी ने विशाखा गाइडलाइंस सहित कार्यस्थल पर महिलाओं के साथ होने वाले यौन उत्पीडन उसके रोकथाम निषेध और निवारण पर आंकड़ों एवं उदाहरणों सहित प्रभावी ढंग से बात की जिसका मुख्य उद्देश्य महिला प्रकोष्ठ की कार्यप्रणाली को समझाकर इस संवेदनशील विषय के प्रति सभी को जागरूक करना था। महाविद्यालय की पूर्व छात्राओं कु. नीलू शर्मा और कु. पलक रामानी ने अपने अनुभवों को साझा कर अपनी सफलता का श्रेय महाविद्यालय को दिया। समस्त अतिथियों और पूर्व छात्राओं का सम्मान पखर,श्रीफल प्रतीक चिन्ह और पुस्तक भेट कर किया गया ।

कार्यक्रम का सफल संचालन कु. प्रज्ञा गुप्ता और आभार प्रदर्शन प्रो. विभा खरे समन्वयक महिला प्रकोष्ठ द्वारा किया गया। इस आयोजन में सभी के द्वारा फूलो से होली खेली गई। सभी के लिए यह दिन ऊर्जा एवं उत्साह से परिपूर्ण रहा।

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