Tag: श्री रामचरितमानस

श्री रामचरितमानस लिखने के दौरान तुलसीदास जी ने लिखा –

सिय राम मय सब जग जानी ; करहु प्रणाम जोरी जुग पानी ! अर्थात सब में राम हैं और हमें उनको हाथ जोड़ कर प्रणाम करना चाहिये ! यह लिखने…

लंकापति रावण नारी के आठ अवगुणों की चर्चा अपनी महारानी मंदोदरी के सामने

लंकापति रावण नारी के आठ अवगुणों की चर्चा अपनी महारानी मंदोदरी के सामने कर रहा है। पिछले अंकों में दो अवगुणों – साहस और अनृत का उल्लेख किया जा चुका…