Tag: हनुमानजी जैसे संत

 हनुमानजी जैसे संत का आश्रय लोगे तो निश्चित आप भव बंधन से मुक्त हो जाओगे।

* श्री गुरु चरन सरोज रज निज मनु मुकुरु सुधारि। बरनउँ रघुबर बिमल जसु जो दायकु फल चारि॥ भावार्थ:-श्री गुरुजी के चरण कमलों की रज से अपने मन रूपी दर्पण…