आप सिर्फ अपना प्रयास कर सकते हो , लेकिन उसकी भी एक सीमा है और जो उस सीमा से आगे की बागडोर संभालता है उसी का नाम “भगवान है..!!
द्रौपदी के स्वयंवर में जाते समय श्री कृष्ण” अर्जुन को समझाते हुए कहते हैं कि, हे पार्थ तराजू पर पैर संभालकर रखना,संतुलन बराबर रखना, लक्ष्य मछली की आंख पर ही…