अष्टमी को हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण दिन माना जाता है। अष्टमी के दिन देवी दुर्गा की पूजा और व्रत किया जाता है।

अष्टमी को हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण दिन माना जाता है। अष्टमी के दिन देवी दुर्गा की पूजा और व्रत किया जाता है।

शुक्ल पक्ष अष्टमी
बुधवार, 20 दिसंबर 2023
अष्टमी तिथि आरंभ: 19 दिसंबर 2023 दोपहर 01:07 बजे
अष्टमी समाप्ति तिथि: 20 दिसंबर 2023 सुबह 11:14 बजे

अष्टमी को हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण दिन माना जाता है। अष्टमी के दिन देवी दुर्गा की पूजा और व्रत किया जाता है। हर हिंदू माह में शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को दुर्गाष्टमी का व्रत रखा जाता है। इस व्रत को देवी दुर्गा का मासिक व्रत भी कहा जाता है। हिंदू कैलेंडर में अष्टमी दो बार आती है, एक कृष्ण पक्ष में और दूसरी शुक्ल पक्ष में। शुक्ल पक्ष की अष्टमी को देवी दुर्गा का व्रत किया जाता है।

आश्विन माह में शारदीय नवरात्रि के त्योहार के दौरान आने वाली अष्टमी और चैत्र नवरात्रि के त्योहार के दौरान आने वाली अष्टमी को महाष्टमी और दुर्गाष्टमी कहा जाता है। जो देवी दुर्गा के भक्तों के लिए एक महत्वपूर्ण दिन है। अन्य त्यौहार जो अष्टमी तिथि में आते हैं जैसे शीतला अष्टमी, कृष्ण जन्माष्टमी , राधा अष्टमी, अहोई अष्टमी , गोपाष्टमी।

मासिक दुर्गाष्टमी की पूजा विधि
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मासिक दुर्गाष्टमी के दिन प्रात: काल उठकर स्नान करके साफ सुथरे कपड़े पहनें।
देवी मां की पूजा से पहले घर के मंदिर को मांगलिक पत्र तोरण और फूलों से सजाएं।
पूजा से पहले एक चौकी पर लाल कपड़ा बिछाकर ही दुर्गा मां की स्थापना करें।
इसके बाद मां दुर्गा को लाल चुनरी, अक्षत, सिंदूर, लाल फूल आदि अर्पित करें
इस दिन घर और मंदिर में गंगाजल छिड़के उसके बाद ही पूरी श्रृद्धा के साथ देवी दुर्गा की पूजा करें।
थाली में धूप, अगरबत्ती और दीया जलाकर मां दुर्गा आरती उतारकर फलों या मिठाई का प्रसाद चढ़ाएं।
आरती करने के बाद दुर्गा चालीसा का पाठ करें और उनको चढ़ाया हुआ प्रसाद सभी में बांटें।
छोटी कन्याओं को भोजन कराएं और अपने सामर्थ्य अनुसार भेंट या दक्षिणा दें।
मासिक दुर्गाष्टमी पर दिन भर व्रत रखकर दुर्गा मंत्रों का जाप पाठ करें।

दुर्गा अष्टमी व्रत का महत्व
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सनातन धर्म में मान्यता है कि यदि कोई भी भक्त पूरे समर्पण और श्रृद्धा के साथ दुर्गा अष्टमी व्रत का पालन करता है तो उसका जीवन खुशी और सौभाग्य से भर जाता है। देवी मां दुर्गा अपने भक्तों के सभी पापों का नाश करती हैं। देवी दुर्गा को खुस करने और उनका आशीर्वाद पाने के लिए यह दुर्गा अष्टमी व्रत बहुत लाभदायक सिद्ध हो सकता है। इस दिन व्रत करने वालों को मां दुर्गा सुरक्षा प्रदान करती हैं।

इस दिन देवी दुर्गा चालीसा का पाठ करने से पारिवारिक जीवन सुखमय होता है और सभी इच्छा पूरी होती हैं। साथ ही जीवन की समस्याओं दुखों से छुटकारा मिलता है। इतना ही नहीं, मासिक दुर्गाष्टमी के दिन विधि-विधान से पूजा-अर्चना करने पर व्यापार करियर के क्षेत्र में भी उन्नति के योग बनते हैं।

hamarameadmin

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