नई दिल्ली
भारतीय हॉकी टीम ने पेरिस ओलंपिक 2024 में शानदार करते हुए कांस्य पदक जीता था. ब्रॉन्ज मेडल मुकाबले में भारत ने स्पेन को 2-1 से हराया था. भारतीय टीम की जीत में गोलकीपर पीआर श्रीजेश की अहम भूमिका रही. अपना आखिरी टूर्नामेंट खेलने वाले अनुभवी गोलकीपर पी आर श्रीजेश पूरे टूर्नामेंट में चट्टान की तरह भारतीय गोल की रक्षा करते रहे. श्रीजेश ने पेरिस ओलंपिक के साथ ही इंटरनेशनल हॉकी को अलविदा कह दिया था.
पीएम ने हॉकी खिलाड़ियों की जमकर तारीफ की
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार (15 अगस्त) को ओलंपिक दल से मुलाकात की थी. इस दौरान पीएम मोदी ने हॉकी टीम के खिलाड़ियों से भी संवाद किया. पीएम मोदी ने खासकर हॉकी टीम के कप्तान हरमनप्रीत सिंह और पीआर श्रीजेश की जमकर प्रशंसा की. पीएम मोदी ने कहा कि हॉकी टीम ने 52 साल बाद लगातार दो ओलंपिक गेम्स में पदक जीते. पीएम ने श्रीजेश से उनके रिटायरमेंट पर भी बात की. पीएम ने कहा कि सरपंच साहब (कप्तान हरमनप्रीत सिंह) और टीम ने श्रीजेश को शानदार विदाई दी.
पीआर श्रीजेश ने कहा, ‘मैं पिछले कुछ सालों से इस बारे में सोच रहा था. यहां तक कि मेरी टीम के सदस्य भी पूछ रहे थे कि आप कब रिटायर होंगे. लेकिन मैं सोच रहा था कि मैं अपनी टीम के लिए करीब 20 साल से खेल रहा हूं, इसलिए मैं एक अच्छे मंच से रिटायरमेंट लूंगा. इसलिए ओलंपिक एक ऐसा मंच है, जहां पूरी दुनिया खेलों का जश्न मनाती है. इसलिए हमने सोचा कि इससे बेहतर कोई फैसला नहीं हो सकता.’
प्रधानमंत्री मोदी ने श्रीजेश और उनके टीममेट्स को यादगार विदाई देने के लिए भारतीय कप्तान हरमनप्रीत सिंह की भी प्रशंसा की. पीएम मोदी ने कहा, ‘टीम ने आपकी विदाई शानदार की. ये टीम को बधाई है. हालांकि, जिस तरह से टीम ने आपको विदाई दी, मैं उनकी सराहना करता हूं. सरपंच साहब ने बड़ा…’
प्रधानमंत्री ने कार्यक्रम के दौरान खिलाड़ियों के साथ तस्वीरें भी खिंचवाईं। हॉकी के दिग्गज खिलाड़ी पीआर श्रीजेश, कप्तान हरमनप्रीत सिंह और अमन ने मुलाकात के दौरान पीएम मोदी को भारत की जर्सी और हॉकी भेंट की।
पेरिस ओलंपिक में 16 खेलों में कुल 117 भारतीय एथलीटों ने भाग लिया जिनमें तीरंदाजी, एथलेटिक्स, बैडमिंटन, मुक्केबाजी, घुड़सवारी, गोल्फ, हॉकी, जूडो, नौकायन, निशानेबाजी, तैराकी, कुश्ती, टेबल टेनिस और टेनिस शामिल हैं।
भारत ने पेरिस ओलंपिक में कुल छह पदक (5 ब्रॉन्ज और 1 सिल्वर) जीता। हालांकि उम्मीदें बहुत थीं, लेकिन कई मौकों पर भारतीय खिलाड़ियों का भाग्य ने साथ नहीं दिया।
भारत, टोक्यो ओलंपिक में अपने पिछले सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन को पार करने से चूक गया, जब उसने सात पदक (1 स्वर्ण, 2 रजत और 4 कांस्य) हासिल किए और 48 वें स्थान पर रहा था।
एथलेटिक्स में भारत ने 29 सदस्यीय मजबूत टीम के साथ बढ़त बनाई, जबकि देश ने निशानेबाजी स्पर्धाओं में 21 निशानेबाजों का अपना अब तक का सबसे बड़ा दल भी उतारा।
पदक जीतने के अलावा, भारतीय एथलीटों ने खेलों में नए रिकॉर्ड बनाकर इतिहास रच दिया और छह स्पर्धाओं में चौथे स्थान पर रहने के बाद पदक जीतने से चूक गए।
भारत ने 52 साल बाद रचा इतिहास
हॉकी में भारत का यह चौथा ब्रॉन्ज मेडल रहा. इसके अलावा भारत ने ओलंपिक इतिहास में सबसे ज्यादा 8 गोल्ड और 1 सिल्वर मेडल जीते हैं. टोक्यो ओलंपिक में भी भारत ने ब्रॉन्ज मेडल जीता था. इसके साथ ही भारतीय हॉकी टीम ने ओलंपिक में 52 साल बाद एक इतिहास रचा था. दरअसल, भारतीय हॉकी टीम 52 साल बाद ओलंपिक में लगातार 2 मेडल जीते हैं. इससे पहले 1960 से 1972 तक भारत ने हॉकी में लगातार 4 मेडल जीते थे. फिर 1976 ओलंपिक में देश को कोई मेडल नहीं मिला. इसके बाद 1980 में गोल्ड जीता था.
पेरिस ओलंपिक 2024 में भारतीय हॉकी टीम
गोलकीपर: पी आर श्रीजेश.
डिफेंडर: जरमनप्रीत सिंह, अमित रोहिदास (सेमीफाइनल से बाहर), हरमनप्रीत सिंह, सुमित, संजय.
मिडफील्डर: राजकुमार पाल, शमशेर सिंह, मनप्रीत सिंह, हार्दिक सिंह, विवेक सागर प्रसाद.
फॉरवर्ड: अभिषेक, सुखजीत सिंह, ललित कुमार उपाध्याय, मंदीप सिंह, गुरजंत सिंह.
वैकल्पिक खिलाड़ी : नीलकांत शर्मा, जुगराज सिंह, कृष्ण बहादुर पाठक