पेरिस
दृढ़ संकल्प के साथ सभी बाधाओं का सामना करते हुए भारत की सिमरन ने शनिवार को यहां पैरालंपिक खेलों में महिलाओं की 200 मीटर टी12 फाइनल में कांस्य पदक जीता।
मौजूदा विश्व चैंपियन सिमरन 24.75 सेकंड के व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ समय के साथ पोडियम पर तीसरे स्थान पर रही। पैरालंपिक में टी12 वर्गीकरण दृष्टिबाधित एथलीटों के लिए है। चौबीस वर्षीय सिमरन का जन्म समय से पहले हुआ था। उसने 10 सप्ताह इनक्यूबेटर में बिताए जहां पता चला कि वह दृष्टिबाधित है।
इस साल जापान के कोबे में विश्व चैंपियन बनने वाली भारतीय को अपने पूरे जीवन में कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा, जिसमें उनके पिता की पुरानी बीमारी और अंततः निधन भी शामिल था। वह इससे पहले 100 मीटर स्पर्धा में चौथे स्थान पर रही थीं।
पेरिस
दृढ़ संकल्प के साथ सभी बाधाओं का सामना करते हुए भारत की सिमरन ने शनिवार को यहां पैरालंपिक खेलों में महिलाओं की 200 मीटर टी12 फाइनल में कांस्य पदक जीता।
मौजूदा विश्व चैंपियन सिमरन 24.75 सेकंड के व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ समय के साथ पोडियम पर तीसरे स्थान पर रही। पैरालंपिक में टी12 वर्गीकरण दृष्टिबाधित एथलीटों के लिए है। चौबीस वर्षीय सिमरन का जन्म समय से पहले हुआ था। उसने 10 सप्ताह इनक्यूबेटर में बिताए जहां पता चला कि वह दृष्टिबाधित है।
इस साल जापान के कोबे में विश्व चैंपियन बनने वाली भारतीय को अपने पूरे जीवन में कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा, जिसमें उनके पिता की पुरानी बीमारी और अंततः निधन भी शामिल था। वह इससे पहले 100 मीटर स्पर्धा में चौथे स्थान पर रही थीं।