पेरिस
दो बार के एशियाई खेलों के चैम्पियन भारत के तेजिंदर पाल सिंह तूर पेरिस ओलंपिक में पुरूषों के शॉटपुट के फाइनल में क्वालीफाई नहीं कर सके। जकार्ता और हांगझोउ एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाले पंजाब के मोगा के 30 बरस के तूर ने पहले प्रयास में 18.05 मीटर का थ्रो फेंका लेकिन बाकी दोनों प्रयास फाउल रहे।
क्वालीफिकेशन दौर में 21.35 मीटर का थ्रो फेंकने या शीर्ष बारह स्थानों पर रहने वाले खिलाड़ियों ने फाइनल में जगह बनाई। वहीं महिलाओं की 5000 मीटर दौड़ में हांगझोउ एशियाई खेलों की स्वर्ण पदक विजेता पारूल चौधरी कुल 24वें और अंकिता ध्यानी 40वें स्थान पर रही और फाइनल में जगह नहीं बना सकीं।
अंकिता ने हीट वन में 16 : 19. 38 का समय निकाला और वह आखिरी स्थान पर रही। वहीं पारूल ने सत्र का अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 15 : 10.68 का समय निकाला लेकिन 20 धावकों में 14वें स्थान पर रही। दोनों हीट से कुल सोलह खिलाड़ियों ने फाइनल के लिये क्वालीफाई किया।
चौधरी पेरिस ओलंपिक में 3000 मीटर स्टीपलचेस में भी भाग ले रही हैं जिसकी हीट रविवार को होगी। उन्होंने विश्व रैंकिंग कोटा के जरिये 5000 मीटर के लिये क्वालीफाई किया था क्योंकि वह सीधे क्वालीफाई नहीं कर सकी थी। अंकिता भी विश्व रैंकिंग कोटा के जरिये खेल रही थीं।
पेरिस
दो बार के एशियाई खेलों के चैम्पियन भारत के तेजिंदर पाल सिंह तूर पेरिस ओलंपिक में पुरूषों के शॉटपुट के फाइनल में क्वालीफाई नहीं कर सके। जकार्ता और हांगझोउ एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाले पंजाब के मोगा के 30 बरस के तूर ने पहले प्रयास में 18.05 मीटर का थ्रो फेंका लेकिन बाकी दोनों प्रयास फाउल रहे।
क्वालीफिकेशन दौर में 21.35 मीटर का थ्रो फेंकने या शीर्ष बारह स्थानों पर रहने वाले खिलाड़ियों ने फाइनल में जगह बनाई। वहीं महिलाओं की 5000 मीटर दौड़ में हांगझोउ एशियाई खेलों की स्वर्ण पदक विजेता पारूल चौधरी कुल 24वें और अंकिता ध्यानी 40वें स्थान पर रही और फाइनल में जगह नहीं बना सकीं।
अंकिता ने हीट वन में 16 : 19. 38 का समय निकाला और वह आखिरी स्थान पर रही। वहीं पारूल ने सत्र का अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 15 : 10.68 का समय निकाला लेकिन 20 धावकों में 14वें स्थान पर रही। दोनों हीट से कुल सोलह खिलाड़ियों ने फाइनल के लिये क्वालीफाई किया।
चौधरी पेरिस ओलंपिक में 3000 मीटर स्टीपलचेस में भी भाग ले रही हैं जिसकी हीट रविवार को होगी। उन्होंने विश्व रैंकिंग कोटा के जरिये 5000 मीटर के लिये क्वालीफाई किया था क्योंकि वह सीधे क्वालीफाई नहीं कर सकी थी। अंकिता भी विश्व रैंकिंग कोटा के जरिये खेल रही थीं।