नए टर्मिनल का लक्ष्य स्थानीय कला, संस्कृति और स्थायी डिजाइन को सामंजस्यपूर्ण और पर्यावरण के प्रति जागरूक तरीके से संयोजित करते हुए 5-स्टारएकीकृत पर्यावास मूल्यांकन के लिए ग्रीन रेटिंग (जीआरआईएचए) प्राप्त करना है जिसकी मुख्य विशेषताएं निम्नलिखित हैं:
- टर्मिनल थर्मल इन्सुलेशन और ऊर्जा दक्षता सुनिश्चित करता है।
- एलईडी लाइटिंग एक जीवंत और पर्यावरण-अनुकूल समाधान प्रदान करती है।
- वर्षा जल संचयन प्रणाली भूजल की भरपाई करती है और बाहरी जल स्रोतों पर निर्भरता कम करती है।
- सीवेज उपचार संयंत्र भूनिर्माण के लिए पुनर्चक्रित पानी की व्यवस्था करता है।
- इसे ऊर्जा कुशल बनाने के लिए डिजाइन किया गया है क्योंकि इसमें प्राकृतिक प्रकाश के प्रवाह के लिए पर्याप्त प्रावधान किए गए हैं।
कार्यक्रम में उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए श्री ज्योतिरादित्य एम. सिंधिया ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार वृद्धिशील विकास के लिए नहीं बल्कि बड़े परिवर्तनों के लिए कार्यकर रही है। इसे अपनाते हुए, यह टर्मिनल भवन 17,029 वर्गमीटर पर विकसित किया जाएगा जो मौजूदा टर्मिनल भवन का 400 गुना अधिक है। विस्तार के बाद इस भवन का कुल क्षेत्रफल 21,094 वर्गमीटर होगा, जो 2100 यात्रियों को सेवा प्रदान करने में सक्षम होगा, यह मौजूदा क्षमता का 10 गुना अधिक है। श्री सिंधिया ने आश्वासन दिया कि इस नए टर्मिनल भवन के विकास के बाद यदि मांग हुई तो केंद्र सरकार एक नया कार्गो टर्मिनल स्थापित करेगी।
आंध्र प्रदेश में नागर विमानन के विकास पर श्री सिंधिया ने कहा कि 2014 से पहले आंध्र प्रदेश में केवल 4 हवाई अड्डे थे, अब 6 हवाई अड्डे हैं। वर्ष 2014 में एयर ट्रैफिक मूवमेंट 388 से बढ़कर 1162 हो गया है।
श्री सिंधिया ने यह भी बताया कि राज्य में दो नए ग्रीनफील्ड हवाई अड्डे, भोगापुरम और नेल्लोर में बनाए जा रहे हैं और प्रकाशम जल बैराज जल्द ही जनता के लिए तैयार हो जाएगा।
भारतीय विमानन क्षेत्र के बारे में उन्होंने कहा कि 2030 तक 200 से अधिक हवाई अड्डे होंगे, जिनमें विशेष रूप से टियर 2 और टियर 3 शहरों के हवाई अड्डे शामिल होंगे। इसके अतिरिक्त, हम 40 करोड़ से अधिक यात्रियों को हवाई सेवा मुहैया करा सकेंगे, इस प्रकार सबसे बड़ा विमानन बाजार बनने का हमारा सपना पूरा होगा।
राजमुंदरी, वर्तमान में तीन शहरों यानी हैदराबाद, चेन्नई और बेंगलुरु से जुड़ा हुआ है, और यहां से प्रति सप्ताह 126 उड़ानों की आवाजाही होती है। नया टर्मिनल भवन हवाई अड्डे की आवश्यकताओं को पूरा करेगा क्योंकि मौजूदा बुनियादी ढांचा यात्री यातायात में तेजी से वृद्धि को पूरा करने में सक्षम नहीं है।17,029 वर्गमीटर के अतिरिक्त क्षेत्र में टर्मिनल भवन का विस्तार होगा। विस्तार के बाद टर्मिनल भवन का कुल क्षेत्र 21,094 वर्गमीटर हो जाएगा,इस पर 350 करोड़ रुपये की लागत आएगी। इस विस्तार से पीक आवर्स के दौरान 2100 यात्रियों और सालाना 30 लाख यात्रियों को सेवा देने में मदद मिलेगी।
हवाई अड्डे पर निम्नलिखित यात्री सुविधाएं होंगी:
- 28 चेक-इन-काउंटर
- आगमन में चार कन्वेयर बेल्ट (मौजूदा टर्मिनल को आगमन में परिवर्तित करना)
- आठ एक्स-बीआईएस मशीनें
- तीन एयरोब्रिज
- खाद्य और पेय पदार्थ और रिटेल आउटलेट की पर्याप्त संख्या
- सुगम्य भारत अभियान के मानदंडों के अनुसार दिव्यांगजनों के लिए सुविधाएं
- लगभग 600कारों के लिए पार्किंग क्षेत्र
हवाई अड्डे की नव उन्नत टर्मिनल इमारत बड़े पैमाने पर राज्य और राजमुंदरी के सर्वांगीण विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी क्योंकि इसमें समृद्ध विरासत और सांस्कृतिक पृष्ठभूमि समाहित होगी, साथ ही एक नया टर्मिनल भवन पर्यटकों के लिए आकर्षण का केन्द्र होगा।
इस समारोह में आंध्र प्रदेश सरकार के उद्योग, बुनियादी ढांचा, निवेश और वाणिज्य, सूचना प्रौद्योगिकी, हथकरघा और वस्त्र मंत्री श्री गुडीवाड़ा अमरनाथ, सांसद (लोकसभा)श्री मार्गनी भरत राम, श्री जक्कमपुडी राजा विधायक (आंध्र पदेश) उपस्थित थे। इस अवसर पर नागरिक उड्डयन मंत्रालय के सचिव श्री श्री वुमलुनमंग वुअल्नम और भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) के अध्यक्ष श्री संजीव कुमार भी मौजूद थे।